ETV Bharat / state

कांकेर: गौठानों के लिए इकट्ठा किया जा रहा है बेलर मशीन से तैयार पैरा बेल, कृषि अभियांत्रिकी विभाग की पहल

कृषि अभियांत्रिकी विभाग बेलर मशीन और उसकी उपयोगिता का निशुल्क प्रदर्शन कर रहा है. मशीन को किसानों के खेत में चलाकर पैरा इक्टठा किया जा रहा है. पैरा बेल को नजदीक के गौठानों में गौठान समिति में पशुओं के चारा में उपयोग के लिए दिया जाना है.

farmers-being-made-aware-with-baler-machine
बेलर मशीन से तैयार पैरा बेल
author img

By

Published : Dec 11, 2020, 8:59 PM IST

कांकेर: कृषि अभियांत्रिकी विभाग किसानों को बेलर मशीन और उसकी उपयोगिता की ओर जागरूक कर रहा है. विभाग ने शुक्रवार को किसानों के खेत में बेलर मशीन से पैरा इक्टठा करने का प्रदर्शन किया. इस दौरान इसकी उपयोगिता के बारे में किसानों को बताया गया . कृषि अभियांत्रिकी विभाग ने निशुल्क प्रदर्शन किया है.

बेलर मशीन से तैयार पैरा बेल

बेलर मशीन के प्रदर्शन के जरिए जिले में 2 हजार 542 नग बेल तैयार किए गए हैं. सहायक अभियांत्रिकी कल्पना उइके ने बताया कि प्रदर्शन से इक्टठा किये गये पैरा बेल को नजदीक के गौठानों में गौठान समिति में पशुओं के चारा में उपयोग के लिए दिया जाना है. इसके लिए गौठान समिति और ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देशित भी किया गया है.

पढ़ें: जशपुर: सीएम भूपेश बघेल ने किया गम्हरिया गौठान का अवलोकन, खुद चारा काट कर मवेशियों को खिलाया

विभाग की नेक पहल
खेत से धान कटाई के बाद बची हुई पराली को अक्सर किसान खेत में ही जला दिया करते हैं. जिसके कारण पर्यावरण को काफी नुकसान होता है. इससे निजात पाने के लिए कृषि अभियांत्रिकी विभाग किसानों को बेलर मशीन के बारे में बता रहा है. मशीन को किसानों के खेतों में चलाया जा रहा है. इससे गोठानों को पैरा भी मिल रहा है और पर्यावरण प्रदूषित होने से भी बच रहा है.

कांकेर: कृषि अभियांत्रिकी विभाग किसानों को बेलर मशीन और उसकी उपयोगिता की ओर जागरूक कर रहा है. विभाग ने शुक्रवार को किसानों के खेत में बेलर मशीन से पैरा इक्टठा करने का प्रदर्शन किया. इस दौरान इसकी उपयोगिता के बारे में किसानों को बताया गया . कृषि अभियांत्रिकी विभाग ने निशुल्क प्रदर्शन किया है.

बेलर मशीन से तैयार पैरा बेल

बेलर मशीन के प्रदर्शन के जरिए जिले में 2 हजार 542 नग बेल तैयार किए गए हैं. सहायक अभियांत्रिकी कल्पना उइके ने बताया कि प्रदर्शन से इक्टठा किये गये पैरा बेल को नजदीक के गौठानों में गौठान समिति में पशुओं के चारा में उपयोग के लिए दिया जाना है. इसके लिए गौठान समिति और ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देशित भी किया गया है.

पढ़ें: जशपुर: सीएम भूपेश बघेल ने किया गम्हरिया गौठान का अवलोकन, खुद चारा काट कर मवेशियों को खिलाया

विभाग की नेक पहल
खेत से धान कटाई के बाद बची हुई पराली को अक्सर किसान खेत में ही जला दिया करते हैं. जिसके कारण पर्यावरण को काफी नुकसान होता है. इससे निजात पाने के लिए कृषि अभियांत्रिकी विभाग किसानों को बेलर मशीन के बारे में बता रहा है. मशीन को किसानों के खेतों में चलाया जा रहा है. इससे गोठानों को पैरा भी मिल रहा है और पर्यावरण प्रदूषित होने से भी बच रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.