कांकेर : केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते रविवार को अपने एक दिवसीय प्रवास पर कांकेर पहुंचे. नागरिकता संशोधन कानून के संबध में मीडिया से चर्चा करते हु्ए फग्गन सिंह कुलस्ते ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दुष्प्रचार करने का आरोप विपक्षी पार्टियों पर लगाया है. कुलस्ते ने कहा कि, 'इस कानून से देश के किसी भी व्यक्ति को कोई खतरा नहीं हैं'.
फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि, 'पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में जो सिख, ईसाई, हिन्दू, बौद्ध धर्म के लोग प्रताड़ित हो रहे हैं, उनके लिए यह कानून बनाया गया है', उन्होंने कहा कि 'ऐसे प्रताड़ित लोगों को भारत में तय वर्ष बिताने के बाद यहां की नागरिकता दी जाएगी, भारत के अंदर रह रहे अल्पसंख्यक वर्ग के लोगो को इससे कोई खतरा नहीं है, उनका इस कानून से कोई लेना देना नहीं है'. उन्होंने आरोप लगाया कि 'कांग्रेस समेत देश की विपक्षी पार्टियां इस कानून को लेकर अफवाह फैला रही है'. कुलस्ते यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि,'इसे लेकर देश जिन इलाकों में विरोध हुआ है, वहां से वोट बैंक की राजनीति कांग्रेस करती रही है और इस कानून के आने के बाद कांग्रेस का भविष्य क्या होगा यह सोच कर वो घबरा रहे हैं'.
नहीं होगी बरोजगारी की समस्या
शरणार्थियों को देश की नागरिकता देने से बेरोजगारी दर बढ़ने के सवाल पर फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि 'आजादी के समय देश की जन संख्या 48 करोड़ थी, आज 130 करोड़ है, जैसे सब कुछ मैनेज हो गया. वैसे ही कुछ और लोगों के आने से दिक्कत नहीं होगी'. किसानों से ज्यादा बेरोजगरों के आत्महत्या करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि,' छत्तीसगढ़ की स्थिति के बारे में मुझे पता नहीं है, लेकिन जहां बीजेपी की सरकार रही है वहां आत्महत्या जैसी स्थिति नहीं है'.
लखमा का बयान उनकी अपनी सोच
प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने नागरिकता संशोधन कानून को आदिवासियों के लिए काला कानून बताया था. जिस पर कुलस्ते ने कहा कि ये उनकी अपनी सोच है, इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि, 'ये नागरिकता संशोधन कानून देश का कानून है, इसे लागू नहीं करने का जो बयान कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री दे रहे है वो समझ से परे है'.