कांकेर: नवोदय विद्यालय कांकेर ने 9वीं कक्षा में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें छात्रा दिव्यानी साहू चयनित हो गई थी. नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में चयनित होने के बावजूद छात्रा का नामांकन नहीं कर रहा था. विद्यालय प्रशासन का कहना था कि छात्रा के स्कूल के बारे में स्पष्ट उल्लेख नहीं है. जिसके कारण नामांकन नहीं लिया जा रहा था. छात्रा ने नवोदय विद्यालय में नामांकन के लिए कलेक्टर चंदन कुमार से गुहार लगाई थी. छात्रा के आवेदन पर कलेक्टर ने हस्तक्षेप करते हुए नवोदय विद्यालय में उसे प्रवेश दिलाया है.
स्कूल स्पष्ट ना होने से आ रही थी दिक्कतें
जिले की पंडरीपानी निवासी छात्रा दिव्यानी साहू ने बताया कि नवोदय विद्यालय में नामांकन के लिए वो प्रवेश परीक्षा में शामिल हुई थी. जिसमें उसका चयन भी हो गया. छात्रा दिव्यानी गोविंदपुर के एक निजी स्कूल में पहले में पढ़ाई कर रही थी. विद्यालय के नाम में त्रुटि होने और स्कूल को शहरी क्षेत्र में होना अंकित कर दिया गया था. अन्य सभी दस्तावेज में स्कूल का ग्रामीण क्षेत्र में होना दिखा रहा था. जिससे छात्रा के नवोदय विद्यालय में एडमिशन होने में दिक्कतें आ रही थीं.
छात्रा ने कलेक्टर से लगाई थी एडमिशन की गुहार
स्कूल प्रशासन का कहना था कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लिए अलग-अलग सीटें होती हैं. जिसके चलते ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में स्कूल स्थित होने को लेकर विवाद होता रहता है. दिव्यानी को नवोदय विद्यालय में प्रवेश नहीं मिल सका था. इस बीच विद्यालय प्रबंधन ने स्कूल की स्थिति जानने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी से मार्गदर्शन भी मांगा था. जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने दिव्यानी के ग्रामीण क्षेत्र से सम्मिलित होने की जानकारी दी गई. इसके बाद भी नवोदय विद्यालय में छात्रा को प्रवेश नहीं मिल रहा था. नामांकन ना मिलने से परेशान छात्रा ने कलेक्टर चंदन कुमार से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई थी.
परिजनों ने कलेक्टर का जताया आभार
मामले में संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रचार्य को पत्र लिखकर चयनित छात्रा दिव्यानी साहू को नामांकन देने के निर्देश दिए थे. कलेक्टर के निर्देश के बाद नवोदय विद्यालय प्रशासन ने हरकत में आते हुए छात्रा का नामांकन किया है. दिव्यानी साहू को नामांकन के बाद उसके पिता ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर चंदन कुमार का अभार जताया.