कांकेर: जिले के ज्यादातर इलाको में बीते 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. जिससे नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा है. अंतागढ़ में मेढ़की नदी उफान पर आ गई है. जिससे लगभग 30 गांव का संपर्क जिला और ब्लॉक मुख्यलायों से टूट गया है. वहीं जिला मुख्यलय के बीच से बहने वाली दूध नदी का जल स्तर भी लगतार बढ़ रहा है. जिसको देखते हुए कलेक्टर के एल चौहान ने जिले में अलर्ट जारी कर दिया है.
जिले के अन्तागढ़, कांकेर, नरहरपुर क्षेत्र में रविवार की शाम से तेज बारिश हो रही है. ऐसे में नदी नाले उफान पर आ गए है. अंतागढ़ क्षेत्र में मेढ़की नदी उफान पर है. जिससे क्षेत्र के 30 से ज्यादा गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. वहीं दूध नदी का जल स्तर लगातार बढ़ने से लोगों की चिंता बढ़ गई है.
कांकेर में शनिवार से हो रही मूसलाधार बारिश, उफान पर नदी-नाले
नगर सेना तैयार
दूध नदी की वजह से जिला मुख्यलय अब तक 4 बार बाढ़ का दंश झेल चुका है. ऐसे में भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों को अलर्ट रहने को कहा है. इसके साथ ही बाढ़ से निपटने के लिए नगर सेना की टीम भी तैयार है. नगर सेना की 25 सदस्यीय एक्सपर्ट टीम तैयार की गई है. ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से निपटा जा सके.
लोगों को हो रही परेशानी
रायपुर मौसम विभाग ने प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है. साथ ही उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. बता दें कि 11 जून को छत्तीसगढ़ में मानसून प्रवेश कर चुका है. इसकी शुरुआत बस्तर से ही हुई है. जिससे कई जगहों पर भारी बारिश हो रही है, इस वजह से जलभराव जैसी स्थिति भी पैदा होने लगी है. नदी-नाले उफान मारने लगे हैं. इससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.