कांकेरः पंचायत चुनाव नजदीक आते ही प्रदेश के कई क्षेत्रों से अलग पंचायत बनाने की मांग उठने लगी है. भानुप्रतापपुर ब्लॉक के बोगर ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम विनायकपुर के ग्रामीणों ने अलग पंचायत बनाने की मांग को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है.
ग्रामीणों का आरोप है कि बोगर ग्राम पंचायत के आश्रित गांव होने की वजह से उनके गांव में विकास कार्य ठप हैं. इससे कई समस्याओं को लेकर ग्रामीणों को रोजाना दो-चार होना पड़ता है.
ग्रामीणों के सामने कई परेशानियां
ग्रामीणों ने बताया कि बोगर से विनायकपुर की दूरी से 3 किलोमीटर है. इस बीच रास्ते में नदी- नाले भी पड़ते हैं, जिससे ग्रामीणों को पंचायत के सभी छोटे-बड़े कामों के लिए आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही बच्चों को बरसात के दिनों में स्कूल जाने में बहुत दिक्कतें उठानी पड़ती हैं.
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कई बार पुल बनाने के लिए मांग करने के बाद भी निर्माण नहीं हो सका है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि आज भी गांव में पीने के लिए साफ पानी की व्यवस्था नहीं हुआ है. गांव के हैंडपंप से आयरनयुक्त पानी निकलने के कारण पानी पीने योग्य नहीं है. इन सभी परेशानियों के बावजूद ग्राम पंचायत द्वारा अभी तक सुध नहीं लिया गया है. इसके कारण विनायकपुर के लोगों ने अलग पंचायत बनाए जाने की आवाज ग्रामीणों ने उठाई है.
पहले भी किया गया मांग
विनायकपुर के ग्रामीणों ने पहले भी अलग पंचायत की मांग की थी, लेकिन उस दौरान गांव की जनसंख्या कम होने के कारण मांग रद्द कर दी गई थी. ग्रामीणों का कहना है कि गांव की जनसंख्या अब लगभग एक हजार है. ऐसे में अब अलग पंचायत बनानी चाहिए.