कांकेर: प्रदेश के पहले सैनिक प्रशिक्षण केंद्र जंगलवार कॉलेज में पिछले 13 सालों से पुरुष जवानों के साथ महिला कमांडो प्रशिक्षण ले रही है. यहां महिलाएं जवानों से किसी भी प्रशिक्षण में पीछे नहीं है. खतरनाक प्रशिक्षण भी कुशलता के साथ ले रही हैं. अब तक किसी भी मोर्चा में महिला कमांडो फेल नहीं हुई है. यहां अभी तक करीब 454 महिला कमांडो प्रशिक्षण लेकर नक्सलियों के साथ लोहा लेने के लिए बीहड़ जंगलों में तैनात की गई है.
13 सालों से महिला कमांडो को दी जा रही ट्रेनिंग
जंगलवार के ब्रिगेडियर ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 13 सालों से महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के दौरान उनके स्टेंडर्स में किसी भी प्रकार की कमी नहीं की जाती है. उन्हें भी वैसा ही प्रशिक्षण दिया जाता है जैसे पुरुष जवानों को दिया जाता है. जिस तरह नक्सलियों में 40 प्रतिशत महिला नक्सली शामिल होती है. वैसे ही उन नक्सलियों से लोहा लेने के लिए छत्तीसगढ़ की महिला कमांडो को प्रशिक्षण दिया जाता है. यह प्रशिक्षण जंगलवार कॉलेज में चल रहा है. जहां 500 से ज्यादा महिलाएं प्रशिक्षित होकर बीहड़ जंगलों में सेवा दे रही है.
Women's day : ETV भारत की 'अपराजिताओं' के दिल की बात
महिला कमांडो को भी पुरुष जवानों जैसी ट्रेनिंग
जंगलवार कॉलेज में 2007 में महिलाओं का बैच पहली बार शुरू किया गया था. CRPF और सेना का प्रशिक्षण अभी-अभी शुरू किया गया है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने महिलाओं को मार्गदर्शन दिया. साथ ही ये भी बताया कि वे किसी से भी कम नहीं है. एक पुरुष जितना ताकतवर है उतनी ही ताकतवर महिलाएं भी है. पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं ज्यादा सहनशील है. महिलाओं को एके 47 राइफल चलाना, जंगलों में कैंप लगाना, नक्सली कैंप को ध्वस्त करना, नक्सलियों का पीछा करना महिला कमांडो को सिखाया जा रहा है.