कांकेर : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में 3 दिसंबर को मतगणना होनी है.इस दिन कांकेर जिले की तीन विधानसभा सीटों पर भी मतगणना होगी.लेकिन इस बार मतगणना स्थल बदल चुका है. पहले तीन विधानसभाओं के लिए मतगणना के लिए पीजी कॉलेज को चुना जाता था. इसी कॉलेज में स्ट्रांग रूम बनाकर तैयारियां की जाती थी.लेकिन इस बार शहर से 10 किलोमीटर दूर पॉलीटेक्नीक कॉलेज में मतगणना होगी.
40 साल बाद बदला काउंटिंग प्लेस : आपको बता दें कि 40 साल बाद कांकेर में मतगणना स्थल बदला गया है. इससे पहले कांकेर के पीजी कालेज में मतगणना होती थी. लेकिन पीजी कॉलेज को चुनाव कार्यो के लिए अधिग्रहण करने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होती थी. पढ़ाई प्रभावित होने से छात्रों को काफी परेशानी होती थी.जिसका विरोध कई सालों से छात्र कर रहे थे.इस बार भी जब पीजी कॉलेज को चुना जाना था,तो छात्रों ने विरोध किया.आखिरकार जिला प्रशासन ने पीजी कॉलेज के बजाए पॉलीटेक्निक कॉलेज को मतगणना के लिए चुना.
ईटीवी भारत ने पीजी कॉलेज के छात्रों से बात की.जिसमें उन्होंने बताया कि लगातार जब भी चुनाव होता था तो पीजी कॉलेज को स्ट्रांग रूम बनाया जाता था. जहां से सामान वितरण और मतगणना होता था. अधिसूचना जारी होने के बाद से ही कॉलेज का अधिग्रहण कर लिया जाता था.जिससे परीक्षा की तिथि के साथ पढ़ाई पर भी असर पड़ता था.
'पढ़ाई ठीक से नहीं हो पाती थी. जिसका असर परीक्षा के परिणाम में भी दिखता था.हमारा रिजल्ट अच्छा नहीं आता था. हम लगातार विरोध करते आ रहे थे. हमारे विरोध के कारण इस बार पीजी कॉलेज से स्ट्रांग रूम और मतगणना के कार्य को हटाकर पॉलिटेक्निक कॉलेज में शिफ्ट किया गया है. अब हमारी पढ़ाई अच्छे से हो रही है.लेकिन पॉलिटेक्निक कॉलेज को स्ट्रांग रूम बनाया गया है. जहां के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही होगी.'' राकेश, कॉलेज स्टूडेंट
क्या है छात्रों की मांग ?: छात्रों की मांग है कि किसी भी कॉलेज को चुनाव के लिए अधिग्रहण न करके किसी सरकारी भवन में स्ट्रांग रूम और मतगणना स्थल बनाया जाए. वहीं कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने बताया कि 2022 में हमने बाय इलेक्शन नवंबर दिसंबर में कराया था. उस समय 4 महीने करीब कॉलेज हमारे अधिग्रहण में था. उस वक्त एक बात सामने आई थी कि हर बार पीजी कॉलेज को ही स्ट्रॉन्ग रूम बनाया जाता है. जिससे पढ़ाई प्रभावित होने की बात सामने आती थी. इस बार कोई ऐसी संस्था में स्ट्रांग रूम बनाया गया. जहां कम से कम पढ़ाई प्रभावित हो.इसलिए हम लोगों ने पॉलिटेक्निक कॉलेज का चयन किया है.
''मैंने और एसपी ने दो-तीन बार निरीक्षण भी किया गया. पॉलिटेक्निक कॉलेज में जो छात्र पढ़ाई कर रहे हैं उनकी भी पढ़ाई किसी तरीके से प्रभावित न हो. उसका भी ध्यान रखा जा रहा है. निर्वाचन आयोग का जो भी दिशा निर्देश है उन सारे दिशा निर्देशों का पालन करके हमने पॉलिटेक्निक कॉलेज के अधिग्रहण किया है.'' डॉ.प्रियंका शुक्ला, कलेक्टर
कांकेर नगर के पीजी कॉलेज को 1984 के बाद से हर बार विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए अधिग्रहित किया जाता था. चुनाव के लिए अधिग्रहण होने से तीन से चार महीने तक पढ़ाई ठप होती थी. दिसंबर 2022 के भानुप्रतापपुर उपचुनाव के दौरान भी कॉलेज भवन अधिग्रहित था. लगातार पढ़ाई नुकसान होने से छात्रों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोला था.क्योंकि मतगणना के बाद भी दो माह तक ईव्हीएम स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखे जाते थे.इसलिए इस दौरान पढ़ाई नहीं होती थी.