कांकेर: विश्व रेडक्रॉस दिवस और भारत में रेडक्रॉस के 100वीं वर्षगांठ पर दूर्गूकोंदल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को फल वितरण किया गया. कोरोना वॉरियर्स डाक्टर, नर्सों के सम्मान में ताली बजाकर और फूल भेंटकर उनका शुक्रिया अदा किया गया. दूर्गूकोंदल के रेडक्रॉस काउंसलर डिलेश्वर साव ने बताया कि रेडक्रॉस के 100वें वर्षगांठ पर कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में अस्पताल में जाकर डाक्टरों, नर्सों का सम्मान किया गया.
दूर्गूकोंदल ब्लॉक के बीईओ केशव साहू बीआरसी रामरतन यादव की उपस्थिति में डॉक्टर्स और नर्स का रेडक्रॉस वॉलंटियर्स ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया. रेड क्रॉस वॉलंटियर्स और प्रगति लेडिस ग्रुप के सदस्यों ने अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों का हालचाल पूछकर उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए सभी को स्वास्थ्यवर्धक फलों का वितरण किया.
साल 1863 में हुई थी स्थापना
बता दें कि रेड क्रॉस की स्थापना साल 1863 में जिन हैनेरी डूनैड ने की थी. जिसका मुख्यालय जिनेवा में है. हर साल 8 मई को विश्व रेडक्रॉस दिवस के रूप में इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन रेडक्रॉस के संस्थापक जिन हेनैरी डूनैड का जन्म हुआ था. रेड क्रॉस को उसके मानव सेवा के लिए साल 1901 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. यह संस्था प्रथम विश्वयुद्ध और द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बहुत कारगर साबित हुई. साल 1917 में इस संस्था को नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.
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100 साल हुए पूरे
वर्तमान समय में कुल 186 देशों में यह संस्था संचालित है. इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की स्थापना भारत में साल 1920 में हुई थी. भारत में रेड क्रॉस के अध्यक्ष उपराष्ट्रपति होते थे. जिसे साल 1994 में संशोधन किया गया. जिसके बाद अध्यक्ष राष्ट्रपति और सचिव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बना दिया गया. विश्व का पहला ब्लड बैंक साल 1937 में अमेरिका में स्थापित की गई. अधिकांश ब्लड बैंक रेड क्रॉस के बैनर तले ही संचालित हो रही हैं.