कांकेर : केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार के पत्र का जवाब देते हुए 2500 रुपए किवंटल में धान खरीदने में असमर्थता जता दी है. जिसके बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस ने आज जिला मुख्यालय में केंद्र सरकार की नीतियों को जन विरोधी बताते हुए धरना प्रदर्शन किया.
बता दें कि प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ का धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की गुजारिश की थी. जिसे केंद्र सरकार ने ठुकरा दिया है. प्रदेश सरकार का आरोप है कि 'उन्होंने किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने यह कदम उठाया था. लेकिन जिस तरह से केंद्र ने धान खरीदने से इंकार कर दिया उससे साफ है कि केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार किसान विरोधी है'.
'केन्द्र सरकार कर रही प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार'
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र की 'भाजपा सरकार ने निर्धारित मात्रा में चावल लेने से भी इंकार कर दिया है और यह प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार है. इससे किसानों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. कांग्रेस ने जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है'.
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मुख्यमंत्री के ससंदीय सलाहकार हुए शामिल
कांग्रेस के प्रदेश समन्वयक भक्त चरणदास ने कहा कि 'प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में फैसला लिया है जिस पर केंद्र सरकार अंकुश लगाना चाहती है. जिसके विरोध में यह आंदोलन किया जा रहा है. धरना प्रदर्शन में मुख्यमंत्री के ससंदीय सलाहकार राजेश तिवारी भी शामिल हुए'.
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13 नवबंर को दिल्ली में किया जाएगा आंदोलन
कांग्रेस का यह आंदोलन प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 12 नवंबर तक चलेगा जिसके बाद 13 नवबंर को राजधानी दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा.