कांकेर: प्रदेश के मुख्य सचिव आर.पी.मंडल ने कांकेर में बस्तर संभाग के अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में उन्होंने आश्रम-छात्रावासों को मॉडल बनाने, वन अधिकार मान्यता पत्रों का वितरण समेत सुपोषण अभियान की समीक्षा करते हुए बस्तर संभाग को कुपोषण मुक्त करने और आश्रम-छात्रावासों को बढ़िया बनाने के निर्देश दिए.
बस्तर संभाग के सभी जिलों में दस-दस आश्रम-छात्रावासों को मॉडल बनाने, संभाग में 15 हजार व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टों का वितरण और 20 हजार सामुदायिक वन अधिकार के निर्देश दिए. साथ ही बस्तर संभाग के सभी 4077 गांवों में सामुदायिक वन संसाधन प्रदान करने के लिए निर्देशित किया.
बस्तर संभाग को कुपोषण मुक्त करने के निर्देश
मुख्य सचिव आर.पी.मंडल ने समीक्षा के दौरान बस्तर संभाग को कुपोषण मुक्त करने के लिए विशेष प्रयास के निर्देश देते हुए कहा कि इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की भी सहभागीता सुनिश्चित की जाएगी. बच्चों को पौष्टिक भोजन का वितरण के साथ ही कृमिनाशक गोली का वितरण करने और महिलाओं में एनिमिया से मुक्ति के लिए मुनगा के सेवन को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए.
संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के निर्देश
इसके साथ ही उन्होंने मुनगा पौधा लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करने और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के निर्देश दिए. उन्होंने संभाग के सभी आश्रम-छात्रावासों मे बढ़िया टायलेट बनाने और मनरेगा योजना के अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूहों को ग्राम पंचायतों में मुर्गी पालन के लिए शेड बनाकर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए.
पढ़ें- कांकेर: मुख्य सचिव के दौरे से पहले रात के अंधेरे में कराया गया मजदूरों से काम
इस दौरान सचिव आदिम जाति कल्याण विभाग डी.डी.सिंह, सचिव महिला एवं बाल विकास आर. प्रसन्ना, कमिश्नर बस्तर संभाग अमृत खलखो, मुख्य वन संरक्षक कांकेर जे.आर.नायक, मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर कांकेर के.एल. चौहान, कलेक्टर कोण्डागांव पुष्पेंन्द्र मीणा, कलेक्टर नारायणपुर अभिजीत सिंह, कलेक्टर दंतेवाड़ा दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक कांकेर एम.आर.अहिरे, जिला पंचायत कांकेर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे, सीईओ नारायणपुर और सीईओ दंतेवाड़ा समेत विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.