कांकेर: छत्तीसगढ़ में भगवान श्री राम जिस रास्ते गुजरे थे, उस रास्ते पर राम वन गमन पथ का निर्माण किया जाना है. छत्तीसगढ़ में भी कांकेर को जोड़ने का प्रयास शुरू किया गया है. विधायक शिशुपाल शोरी ने इसको लेकर सीएम भूपेश बघेल से चर्चा की है और सीएम के सकारात्मक जवाब देने की बात कही है. ऐसा माना जाता है कि, भगवान राम वनवास के दौरान दुधावा, भण्डारीपारा, गढ़िया पहाड़ और रामपुर से होकर लंका की तरफ आगे बढ़े थे.
गुरुवार को मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी की मौजूदगी में इसको लेकर बैठक की गई थी. इस बैठक में विशाल राम मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही बैठक में मंदिर के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए जनप्रतिनिधियों, व्यपारियों और गणमान्य नागरिकों ने अपने तरफ से घोषणाएं की. इसमें 10 लाख का फंड की घोषणा भी की गई है . वहीं 2 अप्रैल को राम नवमी के दिन राम मंदिर का भूमि पूजन भी किया जाएगा.
ऐसा माना जाता है कि भगवान राम वनवास के दौरान दुधावा कर्क ऋषि के आश्रम पहुंचे थे. यहां से वो रामपुर जुनवानी, कांकेर गढ़िया पहाड़ और भण्डारीपारा के प्राचीन शिव मंदिर में विश्राम करने के लिए रुके थे. कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी ने इन जगहों को राम वन गमन पथ में शामिल करने के लिए सीएम से मुलाकात की है. जिस पर सीएम ने इन जगहों को शामिल करने का आश्वसन दिया है.
2 अप्रैल को भूमिपूजन
मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहाकर राजेश तिवारी ने बताया कि 2 अप्रैल के पहले जगह का चयन कर लिया जाएगा और साल 2020 की राम नवमी के दिन राम मंदिर का भूमिपूजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए शहरवसियों ने खुद फंड इकट्ठा करने की बात कही है.