कांकेर: जिले के छोटेबेठिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बीएसएफ के जवानों और पुलिस ने नक्सल स्मारक को ध्वस्त किया है. यह स्मारक डीवीसी सदस्य दर्शन पद्दा के नाम पर बनाया गया था. यहां से जवानों ने नक्सलियों के बैनर भी जप्त किया है. यह कार्यवाही बीएसएफ 132BN तथा पुलिस बल द्वारा किया गया. नक्सल उन्मूलन पर निकले जवानों के पार्टी को आमाटोला खैरीपदर के जंगल में मारे गए नक्सली का स्मारक बना दिखा जिसे जवानों ने ध्वस्त कर दिया है.
खूंखार नक्सली था दर्शन पद्दा: 31 अक्टूबर को अंतागढ़ अंचल के कडमे के जंगलों में डीआरजी और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें जवानों ने डीवीसी सदस्य दर्शन पद्दा सहित दो नक्सलियों को मार गिराया गया था. दर्शन पद्दा का मारा जाना उत्तर बस्तर में नक्सलियों को बहुत बड़ा नुकसान था. डीवीसी सदस्य दर्शन पद्दा पहले परतापुर एरिया कमेटी का सदस्य और बड़गांव एलजीएस का कमांडर था. उसके मारे जाने के बाद नक्सलियों ने स्मारक बनाया था. नक्सली हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मानते हैं.
कांकेर में नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने किया पस्त: कांकेर में लगातार सुरक्षाबलों की कार्रवाई के बाद नक्सली बैकफुट पर हैं. अगर नक्सल ऑपरेशन से जुड़े आंकड़ों पर नजर डालें, तो साल 2021 में 4 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था. जिनसे 2 हथियार और 27 बम बरामद कर निष्क्रिय किया गया था. साल 2022 की बात करें तो सुरक्षाबलों ने यहां मुठभेड़ में 2 नक्सलियों को मार गिराया, वहीं 3 नक्सली गिरफ्तार किए गए. 5 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनसे 2 हथियार सहित 9 बम बरामद कर निष्क्रिय किया गया था.
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पिछले शनिवार उसेली गांव में हुई था मुठभेड़: पिछले शनिवार को कांकेर मुख्यालय से 25 किमी दूर उसेली गांव क्षेत्र में पुलिस नक्सल मुठभेड़ हुआ था. मरकनार और गुमझिर की पहाड़ियों पर पुलिस और नक्सलियों के बीच इस एनकाउंटर के बाद नक्सलियों को भागना पड़ा. इलाके के सर्चिंग के बाद जवानों को भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद हुआ था.