कांकेर: नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ड्यूटी कर रहे एक और जवान ने जान दे दी है. अंतागढ़ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जवान का नाम स्वराज पीएल बताया है. वो केरल के वायनाड का रहने वाला था. सुसाइड की वजह का पता नहीं चल सका है.
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छत्तीसगढ़ में 10 दिन के अंदर 4 जवानों ने खुदकुशी की है. ज्यादातर मामलों में तनाव की वजह से सुसाइड की खबरें सामने आती हैं.
30 नवंबर को बीजापुर जिले के कुटरु थाना इलाके में पुलिसकर्मी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी.
29 नवंबर को धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र पामेड़ थाना में पदस्थ एक आरक्षक ने अपनी सर्विस रायफल से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी. बताया जा रहा है कि आरक्षक मानसिक तनाव से गुजर रहा था.
29 नवंबर को ही जिले के पुसपाल थाने में तैनात सीएएफ के जवान दिनेश वर्मा ने खुद को गोली मार आत्महत्या कर ली. दिनेश वर्मा पुसपाल थाने में तैनात था और दुर्ग जिले के भिलाई का रहने वाला था.
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2 जून को 'स्पंदन अभियान' हुआ था शुरू
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर राज्य पुलिस ने जवानों को अवसाद और तनाव से बचाने के लिए 2 जून से 'स्पंदन अभियान' की शुरुआत की थी. यह योजना 2 जून के बाद से पूरे प्रदेश में तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई थी. इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश सभी पुलिस अधीक्षकों और सेनानियों को जारी कर दिए गए थे.