कांकेर: छत्तीसगढ़ का एक बड़ा भू-भाग जंगलों से ढ़का हुआ है. जंगलों में अब भी जंगली जानवर निवास कर रहे हैं. लेकिन जैसे-जैसे जंगलों में मानव का दखल बढ़ रहा है, जानवर भी रहवासी इलाकों की ओर नजर आने लगे हैं. ऐसे में कई बार अप्रिय घटनाएं भी हो रहीं हैं. कांकेर में भी एक ऐसी घटना देखने को मिली है. यहां नरहरपुर विकासखंड के शामतरा गांव में साल्हेटोला से सिहावा जाने वाली मुख्य मार्ग से लगे तालाब के निकट एक पेड़ पर भालू चढ़ गया था. जिसे देखेने कई ग्रामीण इक्कठा हुए थे.
लापरवाही बरत रहे ग्रामीण
पेड़ पर चढ़े भालू को देखने के लिए ग्रमीणों की भीड़ पहुंच गई. सभी अपने मोबाइल से भालू की तस्वीर उतारना चाहते थे. आसपास से गुजर रहे लोग भी भालू को देखने पहुंच गए. लोग पेड़ के काफी करीब थे. लोग भालू को लेकर लापरवाह बने हुए थे. कई बार ऐसी लापरवाही जंगली जानवरों के हमले कारण बनता है.
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वन विभाग को दी गई सूचना
भीड़ में से किसी जागरूक व्यक्ति ने वन विभाग को भी सूचना दे दी थी. नरहरपुर परिक्षेत्र अधिकारी अब्दुल रहमान खान ने बताया कि वन विभाग की टीम भालू पर नजर रखी हुई है. वन विभाग के अनुसार भालू खुद ही उतर कर वहां से चला जाएगा.
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बढ़ रहा दखल
छत्तीसगढ़ में मानव और जंगली जानवरों के बीच द्वंद की खबरें आम हो गई है. कांकेर में अप्रैल महीने में तीन अलग-अलग घटनाओं में दो महिला और एक पुरूष भालू के हमले में घायल हो गए थे. कांकेर के ग्रामीण इलाकों में कई बार भालुओं का आतंक देखा गया है. इसके अलावा हाथियों से भी कई बार जन जीवन प्रभावित हो रहा है.