कांकेर: कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना कर धड़ल्ले से खुलेआम स्टाल लगाकर प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री की जा रही है, जबकि दिवाली से पहले जिला कलेक्टर ने पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए आदेशित किया था. कलेक्टर के आदेश के बाद भी खुलेआम अनुबंधित पटाखों की बिक्री की जा रही है.
पखांजूर प्रशासन के जिम्मेदार आला अफसरों के कार्यालयों से महज एक किलोमीटर की दूरी पर ही प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री जोरो से की जा रही है. रविंद्रपल्ली में पानी टंकी के पास स्टाल लगाकर प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री की जा रही ही. प्रशासन को मामले की जानकारी है. बावजूद जिम्मेदार आला अफसर प्रतिबंधित पटाखों की अवैध बिक्री पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं.
दुकानदारों के पास अग्निशामक यन्त्र नहीं
पखांजूर प्रशासन ने दिवाली को लेकर आदेश जारी किया है, जिसमें प्रदूषण युक्त पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं. वहीं प्रशासन ने हरित पटाखों की बिक्री और उपयोग करने के आदेश जारी किए हैं. बावजूद पटाखा व्यापारी इन आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं. पटाखा व्यापारी खुलेआम धड़ल्ले से बेखौफ होकर प्रतिबन्धित पटाखों की बिक्री कर रहे हैं.
बताना लाजमी होगा कि इन दुकानदारों के पास अग्निशामक यन्त्र भी नहीं है. जबकि अग्निशमक यंत्र पटाखा दुकानों में अतिआवश्यक है. साथ ही पटाखों की दुकान कस्बे से बाहर लगाना होता है, लेकिन घनी आबादी के बीच यह दुकान संचालित कर आसपास के रहवासियों के सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करता है.
प्रशासन के सक्रियता पर उठ रहे सवाल
मामले में पखांजूर तहसीलदार शेखर मिश्रा ने बताया कि मेरे को अभी जानकारी नहीं है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में सवाल उठता है कि जिम्मेदार अफसर के कार्यालय से महज एक किलोमीटर के दायरे में प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री जारी है, लेकिन प्रशासन को भनक तक नहीं लग रही. यह प्रशासन के सक्रियता पर सवाल खड़े करता है.