कांकेर: अंतागढ़ ब्लॉक के भैसगांव में निबरा मार्ग पर पुलिया के निर्माण के काम से आए 14 मजदूर लॉकडाउन में फंसे थे. वे अब तक भैसगांव में ही थे, लेकिन राशन पानी खत्म होने के बाद सारे मजदूर पैदल ही अपने गृहग्राम बालोद जा रहे थे. रास्ते में पैदल जाते देख मजदूरों को अंतागढ़ कलगांव के सरपंच पति ने उन्हें रोककर जानकारी ली और अंतागढ़ पुलिस और जनपद पंचायत CEO को मामले की जानकारी दी.
अधिकारियों की मौजूदगी में माध्यमिक विद्यालय में मजदूरों को ठहराया गया है. पंचायत की ओर से भोजन और रहने की वयवस्था भी की गई है. मजदूरों ने बताया कि भैंसगांव निबरा पुल निर्माण के लिए ठेकेदार राजेश मिस्त्री सभी को लेकर आया था जहां पिछले 1 साल से वे यहां काम कर रहे थे. अचानक लॉकडाउन होने से ठेकेदार ने उन्हें घर जाने के लिए कोई मदद नहीं की.
पैदल ही निकल पड़े घर
मजदूरों ने बताया कि वे रोज ठेकेदार को फोन पर घर जाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था करने को कह रहे थे, लेकिन जब ठेकेदार ने गाड़ी नहीं भेजी तो सारे मजदूर पैदल ही डेढ़ सौ किलोमीटर अपने घर जाने के लिए निकल पड़े.