कांकेर: शहर के शिवनगर स्थित दत्तक केंद्र मासूम बच्चों के लिए ग्रहण केंद्र बन गया है. यहां बच्चों की देखभाल और भरण पोषण नहीं बल्कि उनके साथ बर्बरता की जाती है. मासूम बच्चों पर अत्याचार करने वाली भी एक महिला ही है. जो अनाथ बच्चों पर कहर बनकर बरस रही है. अडोप्शन सेंटर में छोटी लड़कियों पर अत्याचार का वीडियो सामने आया है जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. अब देखना होगा कि इस वीडियो को संज्ञान लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग इस पर क्या कार्रवाई करता है.
कांकेर दत्तक ग्रहण केंद्र का डेंजरस वीडियो: दत्तक ग्रहण केंद्र के वायरल वीडियो में एक महिला बच्ची की बेदर्दी से पिटाई करती नजर आ रही है. अत्याचार सहने वाली बच्ची अनाथ है. जिसे मां बाप ने बोझ समझकर छोड़ दिया. बच्ची को पीटने वाली महिला दत्तक केंद्र की प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी है. जिनका काम यहां लाने वाली बच्चियों की देखभाल और उन्हें उचित सुविधा देना है. लेकिन मैनेजर ये सब छोड़कर बच्चों को पीटने और पटकने में व्यस्त है.
वायरल वीडियो में दो बच्चियों को मारते पीटती दिखी महिला: वायरल वीडियो में प्रोग्राम मैनेजर महिला ने एक बच्ची को पहले हाथ से मारा फिर बाल पकड़कर उठाकर जमीन पर पटक दिया. जमीन पर गिरी बच्ची को दोबारा फिर से खड़ा कर एक बांह पकड़कर पलंग पर पटक दिया. बच्ची चीखती है, चिल्लाती है, रोने लगती है लेकिन महिला को उस पर तरस नहीं आया और निर्दयी महिला बच्ची को पीटती रहती है. इस दौरान वहां से केंद्र में काम करने वाली दो महिलाएं भी गुजरती है लेकिन कोई प्रोग्राम मैनेजर के अत्याचार पर सवाल नहीं उठाता है.
दो बच्चियों की पिटाई की: इसके बाद महिला दूर खड़ी बच्ची को पास बुलाकर उसके साथ भी बुरी तरह मारपीट करती है. दो बच्चों को बुरी तरह पीटने के बाद भी महिला का गुस्सा शांत नहीं होता तो वह बच्चों के साथ गाली गलौज करती है. बताया जा रहा है कि महिला आए दिन बच्चों के साथ क्रूर व्यवहार करती है जिससे बच्चियां भी डरी सहमी हुई रहती है.
महिला मैनेजर की शिकायत के बाद भी विभाग मेहरबान: केंद्र की महिला मैनेजर के खिलाफ जिसने भी आवाज उठाई उसे निकाल दिया गया. मैनेजर का विरोध करने पर सालभर में 8 कर्मचारियों को दत्तक ग्रहण केंद्र से बाहर निकाला जा चुका है. इस मामले की शिकायत महिला बाल विकास विभाग तक भी पहुंची लेकिन हैरानी की बात है कि कोई कार्रवाई नहीं हुई.ये बात भी सामने आ रही है कि जिले के महिला बाल विकास अधिकारी सीएस मिश्रा ने इस गंभीर मामले में कार्रवाई करने की बजाय 50 हजार रुपये की राशि लेकर मामला दबा दिया. मामले में किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने से प्रोग्राम मैनेजर का हौसला बुलंद होते जा रहा है और मासूम बच्चों पर उसका अत्याचार बढ़ते जा रहा है.
CCTV रात में हो जाते हैं बंद: कांकेर के इस दत्तक ग्रहण केंद्र में 0 से 6 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को रखा जाता है. यहां बाहरी लोगों का आना जाना नहीं है. बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए है. बच्चों की सुरक्षा के लिए बरामदे, गेट समेत अन्य जगह 8 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. जिसे प्रोग्राम मैनेजर रोज रात को बंद कर देती है. मैनेजर के इस हरकत से बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं.