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शहीदों के सम्मान में कांकेर का अंतागढ़ बंद - naxalites in chhattisgarh

मंगलवार को नारायणपुर जिले में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को याद करते हुए उनके सम्मान में कांकेर जिले के अंतागढ़ को बंद रखा है. नक्सलियों ने डीआरजी जवानों से भरी बस पर IED विस्फोट कर दिया था. हमले में पांच जवान शहीद हुए थे. हमले में 19 जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

Antagarh region closed
अंतागढ़ क्षेत्र बन्द
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Published : Mar 24, 2021, 3:49 PM IST

Updated : Mar 24, 2021, 5:08 PM IST

कांकेर: मंगलवार को नारायणपुर जिले के कडेनार और कन्हारगांव के बीच मरोड़ा गांव के पास नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के सम्मान में कांकेर जिले के अंतागढ़ के बंद रखा गया है. नक्सलियों ने जिस बस को बम से उड़ाया था, उसे अंतागढ़ के पोड़गांव के करन देहारी चला रहे थे.

शहीदों के सम्मान में अंतागढ़ बंद

नक्सली हमले में शहीद हुए करन की खबर मिलते ही अंतागढ़ में शोक की लहर दौड़ गई. शहीद करन देहारी ने अपनी पढ़ाई अंतागढ़ से पूरी थी. वे कर्मक्षेत्र भी अंतागढ़ ही था. करन के जानने वाले बताते हैं, वे बहुत ही सरल और कुशल व्यक्तित्व के धनी थे. हमेशा हंसमुख और शालीन व्यवहार उनकी खास पहचान थी. नक्सलियों की कायराना करतूत के चलते अंतागढ़ ने अपने के अच्छे बेटे को खो दिया है.

नक्सलियों ने कडेनार और कन्हारगांव के बीच मरोड़ा गांव के पास एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया. नक्सलियों की प्लांट की IED की चपेट में जवानों से भरी बस आ गई. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए. करीब 16 जवान घायल हुए हैं. घायल जवानों को धौड़ाई के स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद नारायणपुर जिला अस्पताल लाया गया. 7 गंभीर रूप से घायल जवानों को हेलीकॉप्टर के जरिए रायपुर लाया गया है. एक निजी अस्पताल में इन जवानों का इलाज किया जा रहा है.

नमन: अपने 'चिराग' को श्रद्धांजलि देते वक्त बिलख पड़ा परिवार

शहीद होने वाले जवानों में प्रधान आरक्षक पवन मंडावी, जयलाल उइके, आरक्षक केवक सलाम, आरक्षक चालक करन देहरी और सहायक आरक्षक विजय पटेल शामिल हैं. बस में 25 से ज्यादा डीआरजी के जवान सवार थे.

शहीद जवानों के नाम

  • पवन मंडावी, प्रधान आरक्षक
  • जयलाल उइके, प्रधान आरक्षक
  • केवक सलाम, आरक्षक
  • करन देहरी, आरक्षक (चालक)
  • विजय पटेल, सहायक आरक्षक

कब हुआ हमला

स्पेशल डीजी अशोक जुनेजा ने बताया कि दंतेवाड़ा-नारायणपुर में एक नक्सली विरोध अभियान चल रहा था. सभी पार्टी सकुशल अपने कैंप पर लौट गए थे. शाम को 4:15 बजे डीआरजी की पार्टी नारायणपुर कैंप की तरफ वापस जा रही थी. रास्ते में कडेनार और कन्हारगांव के बीच 3 किलोमीटर दूर एक पुलिया है. यहां तीन आईडी ब्लास्ट हुए. आईडी ब्लास्ट में जवानों से भरी बस चपेट में आ गई. हमला इतना जोरदार था कि बस के परखच्चे उड़ गए. बस सीधे पुल के नीचे जा गिरी. हमले में 3 जवान मौके पर ही शहीद हो गए. हमले में घायल 2 और जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 3 जवानों की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है. गंभीर रूप से घायल 7 जवानों को रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.

कांकेर: मंगलवार को नारायणपुर जिले के कडेनार और कन्हारगांव के बीच मरोड़ा गांव के पास नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के सम्मान में कांकेर जिले के अंतागढ़ के बंद रखा गया है. नक्सलियों ने जिस बस को बम से उड़ाया था, उसे अंतागढ़ के पोड़गांव के करन देहारी चला रहे थे.

शहीदों के सम्मान में अंतागढ़ बंद

नक्सली हमले में शहीद हुए करन की खबर मिलते ही अंतागढ़ में शोक की लहर दौड़ गई. शहीद करन देहारी ने अपनी पढ़ाई अंतागढ़ से पूरी थी. वे कर्मक्षेत्र भी अंतागढ़ ही था. करन के जानने वाले बताते हैं, वे बहुत ही सरल और कुशल व्यक्तित्व के धनी थे. हमेशा हंसमुख और शालीन व्यवहार उनकी खास पहचान थी. नक्सलियों की कायराना करतूत के चलते अंतागढ़ ने अपने के अच्छे बेटे को खो दिया है.

नक्सलियों ने कडेनार और कन्हारगांव के बीच मरोड़ा गांव के पास एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया. नक्सलियों की प्लांट की IED की चपेट में जवानों से भरी बस आ गई. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए. करीब 16 जवान घायल हुए हैं. घायल जवानों को धौड़ाई के स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद नारायणपुर जिला अस्पताल लाया गया. 7 गंभीर रूप से घायल जवानों को हेलीकॉप्टर के जरिए रायपुर लाया गया है. एक निजी अस्पताल में इन जवानों का इलाज किया जा रहा है.

नमन: अपने 'चिराग' को श्रद्धांजलि देते वक्त बिलख पड़ा परिवार

शहीद होने वाले जवानों में प्रधान आरक्षक पवन मंडावी, जयलाल उइके, आरक्षक केवक सलाम, आरक्षक चालक करन देहरी और सहायक आरक्षक विजय पटेल शामिल हैं. बस में 25 से ज्यादा डीआरजी के जवान सवार थे.

शहीद जवानों के नाम

  • पवन मंडावी, प्रधान आरक्षक
  • जयलाल उइके, प्रधान आरक्षक
  • केवक सलाम, आरक्षक
  • करन देहरी, आरक्षक (चालक)
  • विजय पटेल, सहायक आरक्षक

कब हुआ हमला

स्पेशल डीजी अशोक जुनेजा ने बताया कि दंतेवाड़ा-नारायणपुर में एक नक्सली विरोध अभियान चल रहा था. सभी पार्टी सकुशल अपने कैंप पर लौट गए थे. शाम को 4:15 बजे डीआरजी की पार्टी नारायणपुर कैंप की तरफ वापस जा रही थी. रास्ते में कडेनार और कन्हारगांव के बीच 3 किलोमीटर दूर एक पुलिया है. यहां तीन आईडी ब्लास्ट हुए. आईडी ब्लास्ट में जवानों से भरी बस चपेट में आ गई. हमला इतना जोरदार था कि बस के परखच्चे उड़ गए. बस सीधे पुल के नीचे जा गिरी. हमले में 3 जवान मौके पर ही शहीद हो गए. हमले में घायल 2 और जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 3 जवानों की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है. गंभीर रूप से घायल 7 जवानों को रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.

Last Updated : Mar 24, 2021, 5:08 PM IST
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