कांकेर: नरहरपुर थाना क्षेत्र के कोहकाटोला गांव में जन्मदिन के अगले ही दिन कॉलेज छात्र उमेंद्र कुंजाम की संदिग्ध हालत में फांसी पर लटकी हुई लाश मिली थी. उमेंद्र की हत्या के आरोप में पांच लोग गिरफ्तार किए गए हैं. दो माह पूर्व हुए इस हत्याकांड का खुलासा बुधवार को कांकेर पुलिस ने किया है. पुलिस ने ग्राम पटेल के साथ ही उसके चार साथियों को भी गिरफ्तार किया है.
बेटी से दोस्ती पर नाराजगी बनी हत्या की वजह: हत्या का मुख्य आरोपी ग्राम पटेल रामानंद कोडोपी है, जो अपनी बेटी और उमेंद्र की दोस्ती और दोनों के बीच बातचीत से नाराज चल रहा था. यही इस हत्याकांड की वजह बनी.
परिवार को गांव से बहिष्कृत करने की मिली थी धमकी: कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि "उमेंद्र कुंजाम निवासी कोहकाटोला के परिजनों ने थाना नरहरपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 10 अप्रैल 2023 को उनका बेटा उमेंद्र घर से निकला था. दूसरे दिन उसका शव गांव के सालिक राम के खेत में इमली पेड़ में फांसी पर लटका हुआ मिला था. ग्राम पटेल रामानंद कोडोपी और उसके साथियों ने ग्राम प्रमुखों पर अपना दबाव बनाकर और मृतक उमेंद्र के परिजनों को गांव से बहिष्कृत करने की धमकी देकर थाने में रिपोर्ट करने से मना किया था."
एक महीने बाद गांव में हुई तफ्तीश ने खोले राज: एसपी दिव्यांग पटेल के मुताबिक मृतक उमेंद्र के शव को पेड़ से उतार कर नदी किनारे ले जाकर दाह संस्कार करा दिया गया. थाना नरहरपुर को एक महीने पहले मृतक की फांसी वाली फोटो मिली. इसी के आधार पर लगातार जांच की जा रही थी. तफ्तीश में उमेंद्र कुंजाम के ग्राम पटेल रामानंद कोडोपी की लड़की से बातचीत करने की बात सामने आई. यह भी पता चला कि ग्राम पटेल और उसके साथियों ने उमेंद्र को कई बार अपनी लड़की से बात करने से मना किया. उसके न मानाने पर नाराज होकर ग्राम पटेल रामानंद कोड़ोपी ने अपने 4 साथियों के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की.
धोखे से बुलाया फिर घोंट दिया गला: 10 अप्रैल की रात में उमेंद्र कुंजाम को बुलाकर ग्राम कोहकाटोला से चरमट्टी जाने वाले मार्ग में पुलिया के पास बुलाया गया. यहां ग्राम पटेल रामानंद कोड़ोपी और उसके साथियों ने उमेंद्र की गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को इमली पर मृतक के ही शर्ट से फांसी की स्थिति में टांग दिया था. पुलिस ने हत्या के आरोप में ग्राम पटेल रामानंद कोडोपी, पुरुषोत्तम कोडोपी, रामलाल कांगे, सिदेराम नेताम और सुखीराम कोडोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.