कांकेर: जिले में शनिवार रात युवती से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. कांकेर कोतवाली थाना क्षेत्र की युवती नगर की एक दुकान पर काम करती है. शनिवार रात भी युवती रोजाना की तरह काम खत्म करने के बाद वापस जा रही थी. नगर से कुछ ही दूर पर सुनसान इलाके में युवती के एक परिचित ने उसे रोक लिया और दुष्कर्म किया. युवती की शिकायत पर कांकेर पुलिस ने रविवार को आरोपी को गिरफ्तार करते हुए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है.
पास की दुकान पर काम करता है आरोपी: दुष्कर्म करने वाला आरोपी पास की ही दुकान पर काम करता है. युवती पहले से ही उसे जानती थी. दोनों में बातचीत थी. युवक बुरी नजर रखता था. शनिवार रात जब युवती दुकान से निकली तो वह उसका पीछा करने लगा. नगर से कुछ ही दूर पर सुनसान इलाका पाकर उसने युवती को रोक लिया और हवस का शिकार बनाया. इसके बाद आरोपी ने युवती को मुंह बंद रखने की धमकी भी दी. युवती बिना डरे पुलिस के पास पहुंची और हैवानियत की पूरी दास्तान सुनाई. शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
हर गली मोहल्ले में पेट्रोलिंग करती है पुलिस: कांकेर कोतवाली प्रभारी शरद दुबे ने दावा किया है कि "नगर में लगातार पेट्रोलिंग होती है. थाने का स्टाफ नगर के हर गली मोहल्ले में पैदल पेट्रोलिंग करता है. दुकान में काम करने वाली युवती के साथ जबरदस्ती करने वाले आरोपी को शिकायत के फौरन बाद गिरफ्तार किया गया. आरोपी युवती का परिचित था."
यह भी पढ़ें- Kawardha Rape : शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म का आरोपी तेलंगाना से गिरफ्तार
श्रम विभाग बैठकर कर रहा शिकायत का इंतजार: नगर कि दुकानों में रात 10 बजे तक महिला कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है. इस पर श्रम विभाग के अधिकारी तोषन तिवारी ने कहा कि "गारमेंट या किराना दुकानों में महिला या लड़कियों से काम लिया जा रहा है, तो उन्हें रात 8 बजे तक छुट्टी देना है. आठ घंटे ही उनसे काम लिया जाना है. यदि रात 8 बजे के बाद कोई उनसे काम ले रहा है तो शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी."
पुलिस की पेट्रोलिंग पर बड़ा सवाल: कांकेर पुलिस तो वैसे शहरभर में रातभर पेट्रोलिंग का दावा करती है. अपराध और अपराधियों पर शिकंजा लग जाने की बात होती है. बावजूद इसके इतनी बड़ी घटना ने पुलिसिया इंतजाम पर सवाल खड़े कर दिए हैं. नगर की दुकानों में 70 प्रतिशत से ज्यादा युवतियां ही काम करती है, जो देर रात काम कर अपने घर वापस लौटती हैं. इस घटना ने लड़कियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस के दावों की हवा निकाल दी है.