कवर्धा : कवर्धा जिला ऐसे तो अपने गन्ना उत्पादन के लिए मशहूर है.छत्तीसगढ़ का शक्कर कारखाना भी इसी जिले में है.वहीं इस जिले ने एक और बड़ी उपलब्धि इस साल हासिल की है.आईए जानते हैं कैसा रहा कवर्धा के लिए साल 2023.
1- फोर्स अकदामी ट्रेनिंग सेंटर से युवाओं का चयन : कबीरधाम पुलिस की फोर्स अकादमी ट्रेनिंग सेंटर ने युवाओं की किस्मत बदल दी. पुलिस विभाग इस अकादमी के जरिए निशुल्क ट्रेनिंग करवाता है.इस साल 16 युवक युवतियों का चयन पैरा मिलिट्री फोर्स के लिए हुआ है. 16 युवक युवतियां अब देश के अलग-अलग जगहों पर ट्रेंनिग कर रह रहे हैं.ये बहुत जल्द देश की सेवा करेंगे. वहीं इसी ट्रेनिंग सेंटर से तैयार होकर 02 दिव्यांग खिलाड़ियों ने प्रदेश के लिए गोल्ड मेडल जीता है. दिव्यांग खिलाड़ी छोटी मेहरा ने महाराष्ट्र पुणे में आयोजित 21वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता में तवा फेंक और गोला फेंक में प्रथम स्थान पाया. वहीं दिल्ली में आयोजित खेलो इंडिया गेम में विकलांग खिलाड़ी सुखनंदन निषाद ने 100 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल किया.
2. एथेनॉल प्लांट का हुआ शुभारंभ : जिले में एथेनॉल प्लांट का निर्माण किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है. दरअसल जिले के ज्यादातर किसान गन्ना की फसल अधिक मात्रा पैदा करते हैं. किसान गन्ना फसल को जिले में स्थित दो शक्कर कारखाना में बेचते हैं.जिसका भुगतान शक्कर बिकने के बाद ही होता है. लेकिन अब एथेनॉल प्लांट खुलने से गन्ना के सिरा से एथेनॉल बनाया जा रहा है. एथेनॉल की मार्केट उपलब्धता आसान होने के कारण अब गन्ना किसानों को भुगतान सही समय पर मिल रहा है.
3.हाईप्रोफाइल सीट पर दिग्गज की हार : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में 90 सीटों मे सबसे ज्यादा हाईप्रोफाइल सीट कवर्धा को माना गया था. छत्तीसगढ़ के कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर को इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा. झंडा विवाद के कारण चुनाव दो खेमों में बंट गया. जिसका फायदा बीजेपी को मिला.बीजेपी के फायर ब्रांड नेता विजय शर्मा ने इस सीट पर जीत हासिल की.
4. नक्सली उत्पात बढ़ा : छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद से नक्सलियों का उत्पात बढ़ा है. कबीरधाम जिले में नक्सली गतिविधि लंबे समय से नहीं के जैसे थी. लेकिन साल के आखिरी महीने में नक्सलियों का उत्पात जिले में बढ़ने लगा है. पम्पलेट चिपकाना, लूट , ग्रामीणों को डराना धमकाना देने जैसी घटनाओं को नक्सली अंजाम दे रहे हैं. माना जा रहा कि जिला पुलिस की सुस्ती और लापरवाही के कारण जिले में नक्सली अपनी पैठ मजबूत बना रहे हैं.
5. किसानों की पुरानी मांग हुई पूरी : कबीरधाम जिले के लोहारा ब्लॉक में सुतियापाठ नहर निस्तारीकरण की मांग क्षेत्र के किसान लंबी समय से कर रहे हैं. विधायक मंत्री मुख्यमंत्री से भी मुलाकात किए. लेकिन उनकी मांग किसी ने नहीं सुनी. जिसके कारण किसानों ने धरना प्रदर्शन, चक्काजाम और चुनाव बहिष्कार किया. फिर भी मांग पूरी नहीं हुई. वहीं विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी ने सरकार आने पर नहर निस्तारीकरण की मांग पूरा करने का किसानों से वादा किया था. जिसे अब अमल में लाया गया है. विजय शर्मा के डिप्टी सीएम बनते ही किसानों की मांग पूरी करने अधिकारी इलाके का सर्वे कर रहे हैं. जल्द ही कार्य शुरु कर दिया जाएगा.
6. जिला बना अपराध का गढ़ : कबीरधाम जिले में लगातार अपराध बढ़ने लगे हैं. पिछले एक वर्ष में 22 हत्या हुई. जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले बहुत ज्यादा है. वहीं बलात्कार के 51 और अपहरण जैसे संगीन अपराध 86 और लूट के 14 मामले पुलिस ने दर्ज किए.
7. सड़क दुर्घटना में इजाफा : कवर्धा जिले में तेज रफ्तार और लापहरवाही पूर्वक वाहन चलाने से लगातार सड़क दुर्घटनाएं सामने आई हैं. जिसमें जनवरी 2023 से नवम्बर 2023 तक पुलिस ने 261 मामले दर्ज किए हैं. जिसमें 120 लोगों ने अपनी जान गंवाई है.वहीं 279 लोग घायल हुए हैं.