कवर्धा: पंडरिया विकासखंड के ग्राम पंचायत ओराड़बरी के सचिव पर ग्रामीणों और पेंशनधारी हितग्राहियों ने पेंशन नहीं दिए जाने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने आश्रित ग्राम में हो रहे निर्माण कार्यों में गुणवत्ताविहीन मटेरियल का इस्तेमाल करने और गोबर खरीदी की राशि नहीं दिए जाने का आरोप लगाया है.
ओराड़बरी के आश्रित ग्राम लोखन के ग्रामीण और पेंशनधारी हितग्रहियों ने पंचायत सचिव की मनमानी, अड़ियल रवैये से तंग आकर कलेक्टर से लिखित शिकायत की है. ग्रामीणों का कहना है कि हितग्राहियों को 5 महीने का पेंशन नहीं दिया गया है. गांव में निर्माण कार्य में घटिया मटेरियल का उपयोग किया जा रहा है, इसके साथ ही गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी की राशि का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है. शिकायतकर्ता गजपति, सफुरा, मीना बाई, फूलबासन बाई, कमलाबाई, कुश बाई, मिलाप, सरस्वती बाई, मोगरा बाई, राजिम बाई, मोहित, कपिल, मोर बाई, बेदम, कलम, तिरित, मनटोरा, हेवन, कलश, रघुराई ने पंचायत सचिव के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए शिकायत की है.
पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि ग्राम पंचायत सचिव की मनमानी इस कदर हावी है कि शासन-प्रशासन की योजनाओं की जानकारी आम जनता को नहीं दी जाती है. शासन-प्रशासन की योजनाओं का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. शिकायतकर्ताओं ने लोखन में सीसी रोड और गौठान निर्माण कार्यों में गुणवत्ताविहीन मटेरियल का उपयोग कर भ्रष्टाचार करने का आरोप पंचायत सचिव पर लगाया है.
जांच के लिए टीम का गठन
शिकायत की जांच के लिए जनपद पंचायत सीईओ पंडरिया की 3 सदस्यीय टीम गठित की गई. इसमें नितिन तिवारी तकनीकी सहायक जनपद पंचायत पंडरिया, अमित कुमार जांगड़े सहायक विस्तार अधिकारी जनपद पंचायत पंडरिया, राजबहादुर सिंह सहायक एवं करारोपण अधिकारी जनपद पंचायत पंडरिया को जांच टीम में शामिल कर जांच के लिए इस समिति को ग्राम पंचायत ओराड़बरी पंचायत भवन भेजा गया.
ग्राम पंचायत सचिव ने आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि पेंशनधारकों को सितंबर तक नकद दिया गया है. वहीं जिनके बैंक खाते में पेंशन का पैसा जाता था, उनके बैंक स्टेटमेंट के सत्यापन के बाद ही पता चलेगा कि इनके अकाउंट में पैसा आया है कि नहीं.