कवर्धा- कवर्धा जिला वन आच्छांदित और वन क्षेत्र के मामले में प्रदेशभर में अपनी अलग ही पहचान रखता है, लेकिन ग्रामीणों पर अभयारण्य क्षेत्र की वन संपदा को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है. वन अमला रात में गस्त में निकला था तभी रिजर्व फारेस्ट के कोर ऐरिया में कुछ लोगों की मौजूदगी दिखी. पुलिस ने पास जाकर देखा कि कुछ लोगों ने वहां झोपड़ी बनाकर अपना आशियाना बना रखा था.
फॉरेस्ट कोर एरिया में आशियाना बनाकर मवेशियों को चराने वाले लोगों पर वन विभाग ने कार्रवाई की है.
मामला हाथापाई तक पहुंचा
वन अमले ने ग्रामीणों के नजदीक जाकर पूछताछ कि तो उन्होंने जंगल के अंदर अपने मवेशियों के घुस जाने और उनकी तलाश किए जाने की बात कहीं, लेकिन थोड़ी देर बाद सच्चाई सामने आने पर मामला हाथापाई तक पहुंच गया.
वन अमले ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है. वहीं ग्रामीणों ने खुद को बेकसूर बताते हुए वन मंत्री मोहम्मद अकबर के सामने वन अमले पर मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया है.
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नियमानुसार की गई है कार्रवाई
दूसरी ओर वन विभाग का कहना है कि 'सभी शिकायतकर्ता ग्रामीण रिजर्व फॉरेस्ट के कोर एरिया में थे. अपने मवेशियों को जंगल के अंदर चराकर काफी समय से वन संपदा को नुकसान पहुंचा रहे थे इसलिए उनके खिलाफ नियमानुसार कारवाई की गई है'.