कवर्धा: जिले में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ता ही जा रहा है. इसके बावजूद लोग लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे है. बता दें कि मंगलवार को पंडरिया ब्लॉक के कुन्डा गांव के सप्ताहिक बाजार के दौरान लोगों ने जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई है. सैकड़ों की संख्या में बाजार पहुंचे कई गांवों के लोग सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करते हुए बिना मास्क के खरीदारी करते नजर आए. हाट बाजार में आए कई गांवों के लोगों ने सब्जी खरीदी करते हुए कोविड - 19 के नियमों का जमकर उल्लंघन किया है.
जानकारी के मुताबिक बाजार में ग्राहक और दुकानदार दोनों ही बेखौफ होकर बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के लेन देन कर रहे थे. इस दौरान दुकानदार न तो सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे थे और न ही उन्होंने मास्क लगाया था. बता दें कि जिला प्रशासन लगातार लोगों को इस महामारी से बचाने और सुरक्षा की व्यवस्था को लेकर कई तरह की हिदायत दे रहे है. साथ ही हर तरह से लोगों को महामारी से बचने की कोशिश कर रहे है, लेकिन लोगों की लापरवाही शासन की ओर से किए जा रहे सभी कोशिशों में पानी फेर रहे हैं. जिले में राज्य सरकार के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है.
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ऑनलॉक के बाद भले ही जिले में पहले जैसे माहौल बन रहे है, लेकिन इस कोरोना महामारी में लोगों को कोविड-19 के नियमों का पालन करना जरूरी है, ताकि खुद को कोरोना से बचा सके. छत्तीसगढ़ सरकार ने लोगों को ढील देते हुए आवागमन की छूट, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क का अनिवार्य प्रयोग और भीड़भाड़ से बचने संबंधी नियमों की घोषणा की थी. वहीं मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना वसूले जाने का भी प्रावधान था, लेकिन छूट के साथ ही लोग बेलगाम हो गए हैं. इससे लोगों पर अब कोरोना वायरस का खतरा मंडराने लगा है.
कड़ाई करने की हैं जरूरत
कवर्धा को कोरोना से बचाने के लिए कड़ाई करने की जरूरी है. अन्य शहरों की तर्ज पर यहां भी कुछ ऐसे नियम बनने चाहिए, जैसे बिना मास्क के दुकान में पहुंचने वाले को दुकानदार सामान न दें, पम्प संचालक पेट्रोल डीजल न दें और डॉक्टर इलाज न करें. ग्राहकों को भी चाहिए कि वे दुकान पहुंचने पर व्यवसायी को मास्क लगाने की सलाह दें, ताकि कोरोना के चेन को बढ़ने से रोका जा सकें.