कवर्धा: 3 अक्टूबर को दो पक्षों में विवाद के बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया है. जिसके चलते जिला प्रशासन ने धारा 144 लगाई है. इसके साथ ही चार जिले रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और बेमेतरा से 500 से अधिक पुलिस बुलाया गया है. साथ ही पड़ोसी जिलों के एसपी और दुर्ग एडीजी विवेकानंद सिन्हा भी मौजूद है. प्रशासन, जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
जिसके चलते सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से समाज प्रमुख, जनप्रतिनिधि और पत्रकारों की बैठक कवर्धा कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई, बैठक में एडीजी विवेकानंद सिन्हा और डीएम रमेश कुमार शर्मा ने सभी से शांति व्यवस्था बनाने के लिए सभी से सुझाव भी लिया. जिस पर सभी समाज के लोगों ने विवाद को लेकर निंदा की और प्रशासन की कार्य की तरफ करते हुए हर संभव मदद करने का भरोसा दिया.
इसके साथ ही एडीजी ने बैठक में स्पष्ट करते हुए कहा कि धर्म नगरी कवर्धा में असामाजिक तत्वों की ओर से जो कृत किया है. जो अशोभनीय असहनीय है. जिसके कारण समाज और शहर की बदनामी हो रही है. ऐसा कृत करने वाले लोगों पर पुलिस विडियों फुटेज के आधार पर लगातार कारवाई कर गिरफ्तार कर रही है और सभी से अपनी करते हुए कहा की ये विवाद दो पक्षों के बीच का है जिसे कुछ लोगों द्वारा जातिगत रुप दिया जा रहा है. यह बिल्कुल भी सही नहीं है. हम सभी समाज के लोगों से अपील करते है समाज मे इस संदेश को पहुंचाए और शहर में शांतिपूर्ण माहौल बनाने में मदद करे.
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि रविवार जो घटना हुई वो दो पक्षों के बीच का विवाद है. इससे दो सामुदायिक का कोई लेना देना नहीं है. इसलिए शांति समिति की बैठक रखी गई थी. समाज के लोगों से बात चीत कर सुझाव दिया गया. आगे जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है उन पर कारवाई की जाएगी और फिलहाल शहर की सभी सीमाएं को सील किया गया है. ताकि कोई असामाजिक तत्व के लोग शहर में दाखिल ना हो सके.