कवर्धा : कवर्धा शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ व्यापारियों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया. व्यापारी संघ के मुताबिक आए दिन मारपीट,लूट और गुंडागर्दी के मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला बीते सोमवार रात का है.जहां एक व्यापारी के साथ मारपीट और लूट की घटना हुई. जिसकी शिकायत के बाद तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा.बावजूद इसके व्यापारियों ने लगातार बढ़ते अपराध के खिलाफ अपनी दुकानें बंद की.
बैठक के बाद थाने का घेराव : मंगलवार सुबह व्यापारी संघ और नगरवासियों ने चौपाटी मैदान में बैठक बुलाई थी. बैठक के बाद व्यापारी संघ ने नगरवासियों के साथ पंडरिया थाने का घेराव किया.घेराव के दौरान पुलिसकर्मियों और प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों के बीच काफी बहस भी हुई.इसके बाद व्यापारियों की बातों को सुनने के लिए खुद एसपी मौके पर आए.एसपी ने व्यापारियों की समस्याओं को सुनकर उनसे ज्ञापन लिया. व्यापारी संघ के अध्यक्ष संतोष जैन के मुताबिक तीन से चार माह से शहर में अपराध बढ़ रहा है. जान से मारने की धमकी और दुर्व्यवहार की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. नगर में कानून व्यवस्था पूरी तरह खराब हो चुकी है.
''व्यापारी संघ ने नगर पंडरिया बंद का आह्वान किया गया है. उचित कार्रवाई नहीं हुई तो व्यापारी संघ के साथ आम नागारिक अनिश्चितकालीन बंद और चक्का जाम जैसे उग्र कदम उठाने को मजबूर होंगे.'' संतोष जैन, अध्यक्ष,व्यापारी संघ
एसपी ने कार्रवाई का दिया भरोसा: एसपी ने लगातार सामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने के साथ ही साथ लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया.इस दौरान एसपी ने अपना वाट्सअप नंबर देकर असामाजिक तत्वों की जानकारी तुरंत साझा करने को कहा.
''रात को घूमने वाले, शराबियों ,असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस टीम के साथ लगातार एक माह रात 9 बजे से पूरे पंडरिया नगर की गश्त खुद करुंगा'' -डॉ अभिषेक पल्लव,एसपी
शराबबंदी को लेकर बीजेपी महिला मोर्चा ने किया प्रदर्शन |
कांकेर में बीजेपी महिला मोर्चा का अवैध शराब को लेकर हल्लाबोल |
मंत्री मोहम्मद अकबर के शराबबंदी के बयान पर भड़की महिला मोर्चा |
आपको बता दें कि पंडरिया में लूट और मारपीट के मामलों में अचानक बढ़ोतरी हुई है. कई बार व्यापारियों ने इस बारे में शिकायत भी की थी.लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिलता था.मंगलवार को व्यापारियों का सब्र का बांध टूटा और रहवासियों के साथ थाने का घेराव किया गया.जिसके बाद पुलिस प्रशासन की नींद टूटी.