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Pandaria Assembly: पंडरिया के वनांचल इलाकों में चुनाव से लोग अनजान, मतदाता जागरुकता अभियान की खुली पोल, ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट में खुलासा - मतदाता जागरुकता अभियान

Pandaria Assembly छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग मतदाता जागरूकता को लेकर कई तरह की कोशिश कर रहा है. लेकिन पंडरिया में इस अभियान का असर होता नहीं दिख रहा है. पंडरिया के वनांचल गांवों में जब ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. लोगों को चुनाव के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.

Pandaria Assembly
पंडरिया विधानसभा
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 17, 2023, 5:09 PM IST

Updated : Oct 17, 2023, 5:59 PM IST

एमपी छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर ईटीवी भारत

कवर्धा\ पंडरिया: केंद्रीय चुनाव आयोग 100 प्रतिशत मतदान के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहा है. इसके लिए लगातार जन जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. नुक्कड़ नाटक, बैनर, पोस्टर, सोशल मीडिया के जरिए लोगों को उनके वोट की अहमियत बताई जा रही है. चुनाव आयोग की इस कोशिश का मतदाताओं पर कितना असर हुआ, मतदान को लेकर लोग कितने जागरूक हैं, इसकी जानकारी लेने ETV भारत की टीम पंडरिया विधानसभा के वनांचल गांवों में पहुंची.

एमपी छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर ईटीवी भारत : ETV भारत की टीम पंडरिया जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गांव बासाटोला पहुंची. गांव जाने के लिए सड़क के नाम पर उबड़ खाबड़ रास्ता मिला. किसी तरह टीम गांव के अंदर पहुंची. इस दौरान गांव के कुछ पुरुष जंगल के अंदर किसी झिरिया से पानी लेकर अपने गांव आ रहे थे. उनसे जब विधानसभा चुनाव के बारे में पूछा गया तो चौंकाने वाला जवाब मिला. उन्हें चुनाव के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.

आदिवासी ग्रामीणों को नहीं मतदान की जानकारी: बासाटोला और उसके आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों को 7 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. कुछ एक ग्रामीण जिनका शहर में आना-जाना लगा रहता है उन्होंने ही शहर में लोगों से सुना है कि विधानसभा चुनाव 7 नवंबर को होना है. वहीं मतदान केंद्र भी गांव से 10 किलोमीटर दूर है. वहां जाने के लिए ना तो सड़क है ना ही कोई आवागमन का साधन. जिससे युवा पुरुष और महिला किसी तरह पहाड़, पगडंडी के रास्ते मतदान केंद्रों तक पहुंच जाते हैं लेकिन बुजुर्ग अपना वोट नहीं दे पाते.

हमें चुनाव से कोई मतलब नहीं है. कोई जानकारी नही हैं. प्रशासन की तरफ से भी कोई अभी तक नहीं पहुंचा है. पिछले साल वोट डालने 10 किलोमीटर दूर रुखमीदादर गए थे. जो चल सकता है वो तो वोट देने चला जाता है, बुजुर्ग लोग नहीं जा पाते हैं- अमरलाल बैगा, ग्रामीण, बासाटोला गांव

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जानिए गांव में हैं कितने बूथ : ग्राम पंचायत कांदावानी में दो बूथ बनाए गए हैं. कांदावानी प्राथमिक स्कूल में एक बूथ बनाया गया है. जबकि रुखमीदादर प्राथमिक स्कूल में दूसरा मतदान केंद्र बनाया गया है. कांदावानी में छिरपानी, ठेंगाटोला, ढेबरापानी, महरानीटोला, ढुरसी, कांदावानी के मतदाता वोट डालेंगे. यहां की जनसंख्या की बात करें तो 7 गांव में कुल 950 लोग यहां रहते हैं. कुल मतदाता 800 के करीब है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 50 प्रतिशत मतदान हुआ.

रुखमीदादर आश्रित गांव है. इस मतदान केंद्र में बासाटोला, अरजुटोला, भरिनदादर और बहपानी गांव के लोग मतदान करेंगे. इन चारों गांव की जनसंख्या की बात करें तो यहां कि जनसंख्या लगभग 900 है और मतदाता 700 के आसपास है. पिछले विधानसभा के मतदान प्रतिशत की बात करें तो यहां मतदान लगभग 50 प्रतिशत रहा.

रुखमीदादर मतदान केंद्र में बिजली, पानी, शौचालय नहीं: जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने सभी अधिकारियों की बैठक लेकर जिले के सभी 803 मतदान केंद्रों में बिजली, पानी, शौचालय दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे. लेकिन रुखमीदादर मतदान केंद्र में ना तो बिजली है और ना ही पेयजल और शौचालय की व्यवस्था. ऐसे में मतदाताओं के साथ साथ मतदान दलों को भी इस क्षेत्र में काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ सकता है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 7 नवंबर को पंडरिया में वोटिंग होनी है. कांग्रेस ने पंडरिया से नीलकंठ चंद्रवंशी को उतारा है. जबकि भाजपा ने अब तक कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है.

एमपी छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर ईटीवी भारत

कवर्धा\ पंडरिया: केंद्रीय चुनाव आयोग 100 प्रतिशत मतदान के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहा है. इसके लिए लगातार जन जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. नुक्कड़ नाटक, बैनर, पोस्टर, सोशल मीडिया के जरिए लोगों को उनके वोट की अहमियत बताई जा रही है. चुनाव आयोग की इस कोशिश का मतदाताओं पर कितना असर हुआ, मतदान को लेकर लोग कितने जागरूक हैं, इसकी जानकारी लेने ETV भारत की टीम पंडरिया विधानसभा के वनांचल गांवों में पहुंची.

एमपी छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर ईटीवी भारत : ETV भारत की टीम पंडरिया जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गांव बासाटोला पहुंची. गांव जाने के लिए सड़क के नाम पर उबड़ खाबड़ रास्ता मिला. किसी तरह टीम गांव के अंदर पहुंची. इस दौरान गांव के कुछ पुरुष जंगल के अंदर किसी झिरिया से पानी लेकर अपने गांव आ रहे थे. उनसे जब विधानसभा चुनाव के बारे में पूछा गया तो चौंकाने वाला जवाब मिला. उन्हें चुनाव के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.

आदिवासी ग्रामीणों को नहीं मतदान की जानकारी: बासाटोला और उसके आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों को 7 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. कुछ एक ग्रामीण जिनका शहर में आना-जाना लगा रहता है उन्होंने ही शहर में लोगों से सुना है कि विधानसभा चुनाव 7 नवंबर को होना है. वहीं मतदान केंद्र भी गांव से 10 किलोमीटर दूर है. वहां जाने के लिए ना तो सड़क है ना ही कोई आवागमन का साधन. जिससे युवा पुरुष और महिला किसी तरह पहाड़, पगडंडी के रास्ते मतदान केंद्रों तक पहुंच जाते हैं लेकिन बुजुर्ग अपना वोट नहीं दे पाते.

हमें चुनाव से कोई मतलब नहीं है. कोई जानकारी नही हैं. प्रशासन की तरफ से भी कोई अभी तक नहीं पहुंचा है. पिछले साल वोट डालने 10 किलोमीटर दूर रुखमीदादर गए थे. जो चल सकता है वो तो वोट देने चला जाता है, बुजुर्ग लोग नहीं जा पाते हैं- अमरलाल बैगा, ग्रामीण, बासाटोला गांव

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जानिए गांव में हैं कितने बूथ : ग्राम पंचायत कांदावानी में दो बूथ बनाए गए हैं. कांदावानी प्राथमिक स्कूल में एक बूथ बनाया गया है. जबकि रुखमीदादर प्राथमिक स्कूल में दूसरा मतदान केंद्र बनाया गया है. कांदावानी में छिरपानी, ठेंगाटोला, ढेबरापानी, महरानीटोला, ढुरसी, कांदावानी के मतदाता वोट डालेंगे. यहां की जनसंख्या की बात करें तो 7 गांव में कुल 950 लोग यहां रहते हैं. कुल मतदाता 800 के करीब है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में 50 प्रतिशत मतदान हुआ.

रुखमीदादर आश्रित गांव है. इस मतदान केंद्र में बासाटोला, अरजुटोला, भरिनदादर और बहपानी गांव के लोग मतदान करेंगे. इन चारों गांव की जनसंख्या की बात करें तो यहां कि जनसंख्या लगभग 900 है और मतदाता 700 के आसपास है. पिछले विधानसभा के मतदान प्रतिशत की बात करें तो यहां मतदान लगभग 50 प्रतिशत रहा.

रुखमीदादर मतदान केंद्र में बिजली, पानी, शौचालय नहीं: जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने सभी अधिकारियों की बैठक लेकर जिले के सभी 803 मतदान केंद्रों में बिजली, पानी, शौचालय दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे. लेकिन रुखमीदादर मतदान केंद्र में ना तो बिजली है और ना ही पेयजल और शौचालय की व्यवस्था. ऐसे में मतदाताओं के साथ साथ मतदान दलों को भी इस क्षेत्र में काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ सकता है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 7 नवंबर को पंडरिया में वोटिंग होनी है. कांग्रेस ने पंडरिया से नीलकंठ चंद्रवंशी को उतारा है. जबकि भाजपा ने अब तक कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है.

Last Updated : Oct 17, 2023, 5:59 PM IST
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