कवर्धा : कुकदुर में साली ने जीजा के प्यार में अपने ही पति की हत्या कर दी.हत्याकांड के 4 महीने बाद असली आरोपी अब सलाखों के पीछे हैं. इस केस में पत्नी के उसी के जीजा से अवैध संबंधों का पता उसके पति को हो गया था.जिसके बाद पत्नी और जीजा ने मिलकर हत्या की साजिश रची. हत्या के बाद दोनों ने नदी में पत्थर बांधकर शव को फेंक दिया. इसके बाद पत्नी ने ही परिजनों की मदद से थाने में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी.लेकिन जिस जगह पर आरोपियों ने शव फेंका था, वहीं से चार महीने बाद सड़ी गली हालत में शव बाहर आ गया.जिसकी शिनाख्त करने के बाद पुलिस असली आरोपियों तक पहुंची.
कहां का है मामला ? : पुलिस के मुताबिक ये पूरा मामला कुकदूर थाना क्षेत्र का है. जहां ठेंगाटोला गांव में रहने वाली शादीशुदा महिला मंती बैगा का अपने ही जीजा बिसराम बैगा से अवैध संबंध था.इस बात की भनक जब महिला के पति रामजी बैगा को लगी तो रोजाना पत्नी के साथ झगड़ा करने लगा.पत्नी ने ये सारी बातें अपने जीजा को बताई.साली के प्यार में पागल जीजा ने इसके बाद साली को अपने ही पति की हत्या करने की सलाह दे डाली. जीजा के प्यार में लट्टू साली ने भी इस सलाह को माना और 26 मई की आधी रात अपने जीजा के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी.
गुमशुदगी का मामला करवाया था दर्ज : किसी को शक ना हो इसलिए पति की हत्या के बाद रातों-रात आरोपियों ने शव को धमना नदी किनारे लाकर उसमें पत्थर बांधा और पानी में फेंक दिया. इसके कुछ दिन बाद पत्नी ने पति के घर ना आने की सूचना परिवार को दी.जिस पर परिवार के सदस्य जगरू सिंह ने कुकदूर थाने में शिकायत दर्ज कराई. जिसमें उसने 25 मई से अपने साले रामजी बैगा के कहीं चले जाने की सूचना दी.जिसके बाद पुलिस गुमशुदगी का मामला दर्ज कर तलाश करने लगी.
कैसे सच आया सामने ? : 1 सितंबर को धमना नदी के किनारे सड़ा गला शव मिला था.जिसके गले में गमछा और पीठ में पत्थर बना था.पुलिस ने इस शव की शिनाख्त रामजी बैगा के तौर पर की.हत्या का अंदेशा होने पर शव को रायपुर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.जहां रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई.इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला पंजीबद्ध करके जांच शुरु की.जिसमें गांव में रहने वाले परिजनों और अन्य लोगों से पूछताछ की गई.इस केस में पुलिस को मृतक की पत्नी के अवैध संबंध की जानकारी हुई.जिस पर पत्नी मंती बाई और उसके जीजा बिसराम बैगा को थाने लाकर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की.जिस पर दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
'' मृतक की पत्नी मंती बाई और महिला के जीजा बिसराम की गतिविधि संदिग्ध लग रही थी. पुलिस दोनों पर नजर बनाए हुई थी. इस दौरान पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार था. जैसे ही रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करना पाया गया, पुलिस ने दोनों को बुलाकर कड़ाई से पूछताछ की. इसके बाद दोनों ने जुर्म कुबूल कर लिया दोनों को ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजा गया है.'' हरीश राठौर, एएसपी
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कैसे दिया घटना को अंजाम ?: आरोपी पत्नी मंती बाई ने पुलिस को बताया कि उसका जीजा के साथ अवैध संबंध था.जिसकी जानकारी पति को लग गई थी. 25 मई को पति रामजी बैगा ने मंती बाई से झगड़ा किया था.जिसके बाद उसने सारी बात जीजा को बताई.दोनों ने मिलकर रामजी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया.घटना वाले दिन जब पति रामजी बैगा खाना खाकर सो गया.तो जीजा बिसराम बैगा घर में घुसा.इसके बाद मंती और बिसराम ने रामजी की गला दबाकर हत्या कर दी. लाश को ठिकाने लगाने आधी रात को धमना नदी में शव को पत्थर से बांधकर फेंक दिया.लेकिन पानी से निकली लाश ने जांच के बाद खुद ही सारी कहानी बयां कर दी.