कवर्धा: कबीरधाम जिले में अवैध ईंट भट्टे पर लगाम नहीं लगाने के कारण अब सरकारी जमीनों पर भी इसका संचालन किया जा रहा है. शासन की तरफ से जीवन यापन करने कोटवार को मिली शासकीय भूमि पर अवैध ईंट भट्टा लगा दिया गया. ना सिर्फ ईंट भट्टा बल्कि हाफ नदी से अवैध रेत का खनन भी किया जा रहा है. जिससे पर्यावरण को नुकसान होने के साथ साथ खनिज का भी चूना लग रहा है. ग्रामीण कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं लेकिन मामले में अब तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है.
सरकारी जमीन पर अवैध ईंट भट्टा: पड़की कलां के ग्रामीणों का आरोप है कि मध्यप्रदेश के ठेकेदार हर साल यहां आकर अवैध ईंट भट्टा लगाते हैं. इससे फसलों को काफी नुकसान हो रहा है. ईंट भट्टे की गर्मी से उनकी लगाई फसल पूरी तरह से खराब हो जाती है. कुछ ग्रामीणों ने बताया कि ईंट भट्टे के साथ पास ही स्थित हाफ नदी से भारी मात्रा में रेत खनन किया जा रहा है. जिससे खनिज संपदा के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है.
पांच साल से अवैध ईंट भट्टे से काफी परेशानी हो रही है. गर्मी के दिनों में पूरी फसल बर्बाद हो जाती है- घनश्याम चंदाकर, ग्रामीण
बाहरी लोग ईंट भट्टा चला रहे हैं. सड़क खराब हो रहा है. पेड़ काटे जा रहे हैं. नदी से रेत निकाल रहे हैं. पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. शिकायत किए थे कुछ दिन कार्रवाई हुई उसके बाद फिर से काम शुरू हो गया- ग्रामीण
ग्रामीणों के विरोध और शिकायत के बाद प्रशासन ने ईंट भट्टा को बंद करा दिया था लेकिन कुछ दिनों बाद अवैध काम फिर से शुरू हो गया. ग्रामीणों का कहना है कि अवैध ईंटभट्टे से गांव में बाहरी लोगों की गतिविधियां ज्यादा बढ़ गई है. जिसके चलते शराब और दूसरे नशे के धंधे भी बढ़ गए हैं.
कलेक्टर का जवाब: कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने कहा "मामले में खनिज अधिकारी व एसडीएम पंडरिया को जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई करने का आदेश दे दिया गया है. " कलेक्टर साहब ने तो कार्रवाई का आदेश देने की बात कहकर मामले में पल्ला झाड़ लिया अब देखना होगा कि इस पर एक्शन कब तक लिया जाता है.