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Pandaria latest news : कुंडा सरकारी स्कूल में निशुल्क साइकिल वितरण

पंडरिया के कुंडा सरकारी स्कूल में सरस्वती साइकिल वितरण योजना Saraswati Cycle Distribution Scheme के तहत छात्राओं को साइकिल बांटी गई. छात्राओं ने साइकिल पाकर शासन का धन्यवाद दिया. छात्राओं की माने तो उनका घर स्कूल से काफी दूर है.लिहाजा पैदल आने जाने में ही काफी समय बर्बाद होता था.लेकिन अब साइकिल मिल जाने से छात्राएं समय पर स्कूल आ जा सकेंगी. इस मौके पर स्थानीय विधायक ममता चंद्राकर ने भी छात्र छात्राओं का हौंसला बढ़ाया.

कुंडा सरकारी स्कूल में निशुल्क साइकिल वितरण
कुंडा सरकारी स्कूल में निशुल्क साइकिल वितरण
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Published : Dec 13, 2022, 2:11 PM IST

पंडरिया: पंडरिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुंडा परिसर में कक्षा नवमीं की 131 छात्राओं को राज्य सरकार की सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल वितरण किया गया. नि:शुल्क साइकिल पाकर छात्राएं उत्साहित नजर आई. इस दौरान छात्राओं ने कहा कि '' स्कूल आने-जाने में कई तरह की परेशानी होती थी, लेकिन अब साइकिल से आने-जाने में परेशानी नहीं होगी.''Saraswati Cycle Distribution Scheme


कितनी छात्राओं को बांटी गई साइकिल :साइकिल वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ममता चन्द्राकर (Pandariya MLA Mamta Chandrakar) शामिल रही. कार्यक्रम स्थल आगमन पर ग्रामीण ,जनप्रतिनिधि,स्कूली बच्चों एवं शिक्षकों भव्य स्वागत किया गया . इसके बाद ममता चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ महतारी के तैलचित्र पर पुष्पमाला चढ़ाकर पूजा अर्चना की. इसके बाद 9वीं की छात्राओं को भूपेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना सरस्वती साइकिल वितरण 131 छात्रों को पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर और जनप्रतिनिधियों के कर कमलों से साइकिल वितरण किया गया.

योजना से कैसे मिलता है लाभ : इस दौरान प्राचार्य ने कहा कि '' इस योजना के तहत साइकिल प्राप्त करने वाली छात्राओं को आगे पढ़ाई करने में आसानी होगी. विद्यालय से दूर रहने वाली और आर्थिक तंगी से जुझ रहे परिवार की बेटियो के लिए यह योजना एक वरदान है. इस योजना के तहत साइकिल प्राप्त करने वाली छात्राएं अपने घरों से आसानी से पढ़ाई के लिए स्कूल पहुंच सकती है. कार्यक्रम में प्राचार्य ने शाला की उपलब्धियों और भविष्य की कार्ययोजनाओं को भी सामने रखा. वहीं पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर ने शिक्षा के जीवन में महत्ता पर प्रकाश डाला. ममता ने छात्रों को पढ़ाई करते हुए भविष्य संवारने को कहा.

ये भी पढ़ें- पंडरिया में जिला स्तरीय महिला सम्मान समारोह

क्यों होती थी छात्राओं की दिक्कत : छात्राओं ने बताया कि उन्हें 8 किलोमीटर से 10 किलो मीटर दूरी से पैदल चलकर स्कूल आना होता है. जहां आने जाने में काफी समय के साथ साथ तकलीफों का सामना करना पड़ता था. कई बार समय ना होने पर छात्राएं भूखे पेट ही स्कूल आ जाती हैं. लिहाजा अब साइकिल मिलने से उन्हें आने जाने में दिक्कत महसूस नहीं होगी. pandaria latest news

पंडरिया: पंडरिया विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुंडा परिसर में कक्षा नवमीं की 131 छात्राओं को राज्य सरकार की सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिल वितरण किया गया. नि:शुल्क साइकिल पाकर छात्राएं उत्साहित नजर आई. इस दौरान छात्राओं ने कहा कि '' स्कूल आने-जाने में कई तरह की परेशानी होती थी, लेकिन अब साइकिल से आने-जाने में परेशानी नहीं होगी.''Saraswati Cycle Distribution Scheme


कितनी छात्राओं को बांटी गई साइकिल :साइकिल वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ममता चन्द्राकर (Pandariya MLA Mamta Chandrakar) शामिल रही. कार्यक्रम स्थल आगमन पर ग्रामीण ,जनप्रतिनिधि,स्कूली बच्चों एवं शिक्षकों भव्य स्वागत किया गया . इसके बाद ममता चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ महतारी के तैलचित्र पर पुष्पमाला चढ़ाकर पूजा अर्चना की. इसके बाद 9वीं की छात्राओं को भूपेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना सरस्वती साइकिल वितरण 131 छात्रों को पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर और जनप्रतिनिधियों के कर कमलों से साइकिल वितरण किया गया.

योजना से कैसे मिलता है लाभ : इस दौरान प्राचार्य ने कहा कि '' इस योजना के तहत साइकिल प्राप्त करने वाली छात्राओं को आगे पढ़ाई करने में आसानी होगी. विद्यालय से दूर रहने वाली और आर्थिक तंगी से जुझ रहे परिवार की बेटियो के लिए यह योजना एक वरदान है. इस योजना के तहत साइकिल प्राप्त करने वाली छात्राएं अपने घरों से आसानी से पढ़ाई के लिए स्कूल पहुंच सकती है. कार्यक्रम में प्राचार्य ने शाला की उपलब्धियों और भविष्य की कार्ययोजनाओं को भी सामने रखा. वहीं पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर ने शिक्षा के जीवन में महत्ता पर प्रकाश डाला. ममता ने छात्रों को पढ़ाई करते हुए भविष्य संवारने को कहा.

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क्यों होती थी छात्राओं की दिक्कत : छात्राओं ने बताया कि उन्हें 8 किलोमीटर से 10 किलो मीटर दूरी से पैदल चलकर स्कूल आना होता है. जहां आने जाने में काफी समय के साथ साथ तकलीफों का सामना करना पड़ता था. कई बार समय ना होने पर छात्राएं भूखे पेट ही स्कूल आ जाती हैं. लिहाजा अब साइकिल मिलने से उन्हें आने जाने में दिक्कत महसूस नहीं होगी. pandaria latest news

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