कवर्धा : सरपंच पति को हत्या के नीयत से गोली मारने मारने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मामला पिपरिया थाना अंतर्गत जिंदा गांव का है, जहां बीते 17 मार्च को सरपंच के पति बिसेन कौशिक को अज्ञात मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों ने गोली मार दी थी, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गया था. जांच में पता चला कि सरपंच पति का बड़ा भाई ही वारदात का मास्टरमाइंड था, जिसने जायदाद की खातिर अपने छोटे भाई की हत्या की साजिश रची. कुछ दिनों पहले उसने सुसाइड कर लिया था.
आरोपी ने उत्तर प्रदेश के शूटर्स को 5 लाख रुपये में सरपंच की हत्या की सुपारी दी थी. शूटर्स के नाम मुन्ने खान, कृष्ण कुमार और आशुतोष तिवारी बताया जा रहा है. घायल को तत्काल इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया था, जहां उसकी जान बच गई. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि घायल के बड़े भाई टेकराम कौशिक से एक साल पहले जायदाद को लेकर विवाद हुआ था. पुलिस ने टेकराम कौशिक से पूछताछ भी की थी. बाद में पुलिस से डरकर टेकराम कौशिक ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया था. पुलिस ने टेकराम का मोबाइल नंबर खंगाला, जिसकी मदद से पुलिस कवर्धा के मुन्ने खान तक पहुंची. मुन्ने खान ने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल कर लिया.
उत्तर प्रदेश जाकर दी थी सुपारी
घायल सरपंच पति का बड़ा भाई अपने छोटे भाई बिसेन कौशिक से जायदाद में हिस्सा बंटवारे को लेकर नाराज था और इसी के चलते मुन्ने खान को टेकराम ने अपनी समस्या बताई. तब मुन्ने अपने उत्तर प्रदेश के दोस्त आशुतोष उर्फ बबलू, कृष्ण कुमार उर्फ रिंकू को फोन कर बात की. टेकराम कौशिक और मुन्ने खान दोनों उत्तर प्रदेश जाकर बिसेन कौशिक की हत्या की सुपारी 5 लाख रुपये में तय की. एडवांस के रूप में 50 हजार रुपए भी दिए गए. जिसके बाद दोनों शूटर कवर्धा पहुंचे और एक महीने तक बिसेन कौशिक की रेकी की.
दो देशी कट्टा बरामद
17 मार्च की शाम सात बजे शूटरों ने बिसेन कौशिक को दो गोली मारी और फरार हो गए. आरोपी मध्यप्रदेश के बालाघाट में अपने दोस्त के घर छिपे हुऐ थे, जहां से पुलिस ने दोनों शूटर्स को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से दो देशी कट्टा, चार जिंदा कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद किया गया है.