कवर्धा: छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी नाले उफान पर है. बारिश की वजह से सरोधा बांध का जलस्तर बढ़ा है. जलभराव के कारण केसदा, झंडी बांधा, मंडलाकोना समेत कई गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. पानी के बहाव तेज होने के बावजूद लोग जान जोखिम में डाल कर कर आना-जाना कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में मानसून को 70 दिन पूरे हो चुके हैं. कवर्धा जिले में अबतक 640 मिमी यानी 25 इंच बारिश हो चुकी है. जो की औसत से 17.5% ज्यादा है. पिछले सप्ताहभर से जिले मे रुक-रुककर बारिश हुई है, जिससे नदी-नाले उफान पर आ गए हैं. पानी की लगातार आवक से बांध लबालब हो गए हैं, जिला मुख्यालय कवर्धा से लगे सरोधा बांध मे 100 फीसदी जलभराव हो चुका है. बारिश के कारण सड़कों पर तीन से चार फीट ऊपर तक पानी भर गया है.
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पुलिस ने बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पुलिसकर्मी और बचाव दल की तैनाती किया गया है. बावजूद इसके लोग एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं. इस रास्ते के जरिए ही भोरमदेव अभयारण्य होते हुए रेंगाखार जंगल और झलमला पहुंचा जाता है. बहाव तेज होने पर भी बाइक से लोग इसे पार कर रहे हैं. कुछ दिन पहले ही इस जगह पर एक बाइक चालक पानी के तेज बहाव में बह गया था, जिसे कुछ दूरी पर बचा लिया गया था.
छत्तीसगढ़ में बारिश
- कोरबा में भारी बारिश की वजह से कच्चे मकान की दीवार गिर गई.
- कोरबा में भारी बारिश के कारण डिगापुर नाला उफान पर है.
- जांजगीर-चांपा में बारिश की वजह से एक कच्चा मकान ढह गया है. मलबे के नीचे दबने से एक शख्स की मौत हो गई है.
- सुकमा में भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात बन गए हैं. बारिश के कारण गांव में पानी भर गया है, जिसके बाद लोगों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है.
- बीजापुर में लगातार हो रही बारिश के कारण कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं.
- मुंगेली में बाढ़ ने मचाई तबाही, दर्जनों गांव जलमग्न.
- कवर्धा में बारिश से टापू बने कई गांव.