कवर्धा: मरका स्वास्थ्य केंद्र में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. कोरोना जांच कराने पहुंचे 22 साल के युवक को डॉक्टर ने कोरोना का टीका लगाया है. युवक का नाम व्याश चंद्राकर बताया जा रहा है. सोशल मीडिया में युवका टीका लगवाते हुए फोटो भी वायरल हुआ है. जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. युवक कांग्रेस का कार्यकर्ता बताया जा रहा है. कलेक्टर ने मामले में जांच के लिए CMHO (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी) को निर्देश दिए हैं.
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वर्तमान में क्या है कोरोना टिकाकरण के नियम ?
केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार फिलहाल 45 साल से अधिक आयु के लोगों को ही कोरोना का टीका लगाना है. प्रदेश भर में कोरोना टीकाकरण अभियान जारी है. 45 साल से अधिक आयु वर्ग को ही टीका लगाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक युवक कोरोना जांच के लिए अस्पताल पहुंचा था. जिसके बाद उसे कोरोना का वैक्सीन लगाया गया.
डॉक्टर ने दी थी टीकाकरण की सलाह
टीका लगवाने वाला व्याश चन्द्राकर कवर्धा ब्लॉक के बिपतरा गांव का रहने वाला है. दो दिनों से बुखार होने के चलते 13 अप्रैल को मरका स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच कराने पहुंचा था. लेकिन वहां उपस्थित डॉक्टर ने उसे कोरोना टेस्ट किट नहीं होना बताया. डॉक्टर ने उसे कोविड टीका लगवाने की सलाह दी. जिसके बाद युवक राजी हो गया. उसने टीका लगवा लिया. युवक ने अपने वाट्सएप स्टेट्स में फोटो शेयर किया. जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ.
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भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
पूरा मामला सामने आने के बाद विपक्ष हमलावर है. नगर पालिका कवर्धा के नेता प्रतिपक्ष भाजपा पार्षद उमंग पांडेय ने आरोप लगाया है कि कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रशासन के गाइडलाइन का उलंघन हो रहा है. सत्ता पक्ष के रसूखदार लोग 20 से 25 साल के युवकों को भी कोरोना वैक्सीन लगवा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि युवक कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता है, इसलिए उसे 22 साल की उम्र होने के बावजूद भी वैक्सीन लगाया गया है.