कोरबा : छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने SECL मानिकपुर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. आरोप है कि उत्खनन करने वाली कंपनी ने बिना वजह स्थानीय छत्तीसगढ़ी ड्राइवरों को काम से निकालकर दूसरे प्रदेश के ड्राइवरों को काम पर रख लिया है.
'हर चीज पर सबसे पहला हक छत्तीसगढ़ियों का'
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के जिला अध्यक्ष दिलीप मिरी का कहना है कि 'निजी कंपनियां हमारे प्रदेश में आकर काम करती हैं और हमारे ही लोगों को काम से निकाल देती हैं या काम पर रखने से मना कर देती हैं. जबकि प्रदेश में हर चीज पर सबसे पहला हक छत्तीसगढ़ियों का है, उसके बाद किसी और का.'
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'ड्राइवरों को बिना वजह निकाला गया'
जिला अध्यक्ष का आरोप है कि, 'जितने लोगों को जिस वजह से निकाला गया है, वो सारे कारण बेतुके हैं.
करेंगे उग्र विरोध-प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि, 'अगर SECL निकाले गए छत्तीसगढ़िया ड्राइवरों को काम पर वापस नहीं रखती है, तो हम उग्र विरोध प्रदर्शन करेंगे. अगर ड्राइवरों को निकालना ही था, तो किसी गलती की वजह से निकालते और निकालने से पहले नोटिस देते, लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया.' हालांकि SECL मानिकपुर के GM ने भी कहा कि, 'बिना नोटिस के निकाल देना गलत है.'