कवर्धा: कवर्धा के नागाडबरा गांव में एक ही परिवार के तीन लोगों की जलने से मौत हो गई.हादसे के बाद मौके पर पहुंचे प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री ने कहा कि जांच चल रही है जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उस हिसाब से पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. गृहमंत्री ने कहा कि शुरुआती जांच से बात पता चल रही है कि सिलेंडर में आग लगने से ये हादसा हुआ. गृहमंत्री ने कहा कि पीड़ित परिवार को जो भी आर्थिक मदद होगी वो दी जाएगी. गांव वालों को शक है कि ये हादसा नहीं हत्या है.
साजिश का जताया जा रहा शक: गांव वालों ने तीन लोगों की मौत को हादसा नहीं साजिश बताया है. गांव के लोग पुलिस के सामने तो कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन शक जता रहे हैं कि तीनों की हत्या की गई है. दबे छुपे शब्दों में उनका कहना है कि जब घर में आग लगी तो किसी ने बचने की कोशिश क्यों नहीं की. घर में जब आग लगी तो लोग रसोईघर में क्यों सो रहे थे. पूरा घर लकड़ी और फूस से बना था. जब गैस सिलेंडर में आग लगी तो पूरी झोपड़ी जल जानी चाहिए थी. सिर्फ रसोईघर में ही तीनों लोग कैसे जलकर मर गए. घर में दो और कमरे भी थे तो तो सभी लोग रसोईघर में ही सर्दी में क्यों सो रहे थे. गांव वालों के ये तमाम सवाल हैं जिनका जवाब फिलहाल पुलिस के पास भी नहीं है. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद सब साफ हो जाएगा.
लोगों को कैसे लगी मौत की जानकारी: मृतक बुधराम बैगा और उसकी पत्नी हीरामती बैग के घर का दरवाजा जब सुबह काफी देर तक नहीं खुला तो आस पास के लोगों ने दरवाजा खटखटाया. दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो लोगों ने दरवाजा धक्का देकर खोल दिया. दरवाजा खोलते ही रसोईघर में तीनों के जले शव पड़े मिले. जिस जगह पर शव मिले हैं वहां पर किचन का सामान और घर के कपड़े भी रखे थे जो बिल्कुल ठीक है. सवाल ये उठता है कि तीन आदमी घर में जिंदा जल जाएं और घर के सामान को कुछ नहीं हो ऐसा कैसे हो सकता है.