कवर्धा: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका (Anganwadi worker and helper) ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका ने कवर्धा के राज महल चौक स्थित राजीव गांधी पार्क में बैठेकर धरना दिया. ताकि उनकी मांगों को मान लिया जाए. गुरुवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका कल्याण संघ (Anganwadi Workers and Helpers Welfare Association) के बैनर तले जिला मुख्यालय के राज महल चौक स्थित राजीव गांधी पार्क में एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया.
9 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ ने किया प्रदर्शन
दरअसल महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) की ओर से 1,600 सेक्टर बनाया गया है. जिसमें 1600 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 1600 सहायिका कुल 3200 कर्मचारी कार्यरत है. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रशासन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिका से ग्राम पंचायत से लेकर शहरी क्षेत्र मे संपूर्ण शासकीय कार्य लेती है. जिसमें चाहे सर्वे करना, किसी भी सरकारी योजना को लेकर जागरूक करना शामिल है. इसके अलावा कोविड-19 में सभी ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना संक्रमित मरीजों को दवा पहुंचाने के साथ सूखा राशन घर-घर पहुंचने जैसे सभी कार्यों को आंगनबाड़ी कर्मचारियों किया है. बावजूद इसके उन्हें मानदेय बहुत ही कम दिया जाता है.
कार्यकर्ताओं के मुताबिक विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी की ओर से घोषणा पत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कलेक्टर दर पर वेतन देने का वादा किया था. लेकिन सरकार ने आज तक इस वादे को पूरा नहीं किया है. एक बार फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका पूरे प्रदेश भर में सरकार का ध्यान खींचने के लिए जिला स्तर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन कर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौपेंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की 6 सूत्रीय मांग
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganwadi worker) को शासकीय कर्मचारी घोषित करा जाए. घोषणा पत्र में किए वादे के अनुसार कलेक्टर दर पर वेतन का भुगतान किया जाए.
- हड़ताल अवधि के दौरान बर्खास्त अवधि के वेतन का भुगतान 1,500 बढ़ाकर एरियर्स के साथ दिया जाए.
- परिवेक्षक भर्ती तत्काल निकाली जाये. पदोन्नति किया जाये. साथ ही आयु सीमा में छूट दी जाए.
- सेवा समाप्ति के बाद कार्यकर्ताओं को 5 लाख और सहायिका को 3 लाख रुपये दिया जाये.
- 5 मिनी आंगनबाड़ी को पूरी तरह से आंगनबाड़ी में बदला किया जाये.
- 6 पोषण ट्रैकर कार्य के लिए सभी जिलों में नया मोबाइल और मोबाइल भत्ता दिया जाये.