कवर्धा: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कई जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. वहीं दूसरी तरफ कवर्धा में प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली है. जिन क्षेत्रों को बेरिकेड्स लगाकर सील किया गया है, वहां न ही पुलिसबल तैनात है, और न ही कोई अधिकारी. इसका फायदा उठाकर लोग बैरिकेडिंग हटाकर अपनी वाहनों को लाना-लेजाना कर रहे हैं.
कवर्धा जिले में रविवार को तीन कोरोना संक्रमितों की पुष्टि की गई थी. जिला स्वास्थ्य अधिकारी सुरेश कुमार शर्मा ने कोरोना संक्रमितों की पुष्टि की है. पहला कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति लोहारा ब्लॉक के तेलीटोला जंगल स्थित सीएएफ कैंप का जवान है, जो कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश से लौटा था. वहीं दो मरीज कवर्धा नगर पालिका अंतर्गत राजमहल चौक में मिले है. कोरोना संक्रमित मरीजों में एक लड़की भी शामिल है. दोनों संक्रमित मरीज रिश्तेदार हैं और दोनों एक दिन पहले ही रायपुर से लौटे थे.
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दरअसल, भाई के इलाज के लिए दोनों रिश्तेदार रायपुर में रुके थे. सर्दी खांसी की शिकायत के बाद रायपुर में दोनों का सैंपल लिया गया, लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही दोनों कवर्धा अपने घर लौट गए थे. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों को कवर्धा स्थिति उनके घर से इलाज के लिए कोविड-19 केयर ले जाया गया. दोनों मरीजों के पॉजिटिव मिलने के बाद मोहल्ले को सील कर दिया गया है, लेकिन सील करने के नाम पर सिर्फ बेरिकेड्स लगया गया है. जिसे लोग बड़ी आसानी से हटाकर आना-जाना कर रहे हैं. इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है.