जशपुर: बस्तर से मजदूरी करने के लिए झारखंड के दुमका गए श्रमिकों को ठेकेदार ने पैसा नहीं दिया. इस वजह से सवा 4 सौ किलोमीटर पैदल चल कर मजदूर जशपुर पहुंचे. उन्होनें पुलिस से सहायता मांगी. कोतवाली पुलिस ने इन मजदूरों के आराम और भोजन करने के साथ बस से रायपुर तक जाने की व्यवस्था की.
सभी मजदूर कोंडागांव के रहने वाले: जशपुर कोतवाली प्रभारी रविशंकर तिवारी ने बताया कि रविवार की शाम को कुछ ग्रामीण थाना पहुंचे. वे सभी बस्तर के कोंडागांव के रहने वाले हैं. उन्हें एक ठेकेदार मजदूरी दिलाने के बहाने झारखंड के दुमका ले गया था. वहां कई महीनों तक मजदूरी कराने के बाद उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया. इस पर उन्होनें घर वापस जाने का निर्णय लिया. लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे. जिससे वह जशपुर से कोंडागांव नहीं पहुंच सकते थे. ऐसे में पुलिस ने उनकी मदद की है.
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मजदूरों की आपबीती सुन कर पुलिसकर्मी हुए हैरान: इन मजदूरों की आपबीती सुन कर कोतवाली प्रभारी रवि शंकर तिवारी सहित थाने में मौजूद सारे पुलिसकर्मी हैरान रह गए. एसपी डी रविशंकर के निर्देश पर कोतवाली प्रभारी ने मजदूरों को थाने में आराम कराया. फिर उन्हें भोजन भी कराया गया. जशपुर पुलिस ने बस से मजदूरों को रायपुर भेज. मजदूरों को एक हजार रुपये भी दिए
पीड़ित मजदूरों के नाम
- चिलपुट्टी मनसाय
- नसीन
- जय राम
- फूलचंद पोयम
- विश्वनाथ
जशपुर पुलिस ने की मदद: जशपुर पुलिस की सहायता और संवदेनशीलता से इन गरीब मजदूरों की आंखें भर आई. रायपुर के लिए बस में बैठने से पहले उन्होनें पुलिस प्रशासन का आभार भी जताया. कोतवाली प्रभारी रविशंकर तिवारी ने कहा कि 'पांच मजदूर, रविवार की शाम को थाने पहुंचे थे. एसपी डी रविशंकर के निर्देश पर सभी मजदूरों की मदद की गई.