जशपुर: छत्तीसगढ़ सरकार विकास के लाख दावे करे, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. जशपुर के कई गांव आज भी विकास की बाट जोह रहे हैं. बगीचा विकासखंड के भड़िया गांव में आजादी के बाद से नदी पर पुल नहीं बना है, जिसकी वजह से ग्रामीण जान हथेली पर लेकर उफनती नदी को पार करने को मजबूर हैं, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
दरअसल, जिले के अंतिम छोर पर भड़िया ग्राम पंचायत बसा है, जो बलरामपुर जिले की सीमा से सटा हुआ है. इस गांव के बीच में घघिया नदी बहती है. जहां से सैकड़ों ग्रामीण रोज जान जोखिम में डालकर उफनती नदी को पार करते हैं. सैकड़ों स्कूली छात्र-छात्राएं भी इस नदी को पार कर प्राथमिक माध्यमिक और हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी की पढ़ाई करने पहुंचते हैं. तेज बहाव में भी नाले को पार करना इन छात्र-छात्राओं की मजबूरी है. बारिश के दिनों में तो हालात और बुरे हो जाते हैं.
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ग्रामीण जान जोखिम में डालने को मजबूर
ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सुध लेने वाला कोई नही है. इस गांव के ग्रामीणों ने विधायक, कलेक्टर, मुख्यमंत्री समेत कई जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन आज तक इस नदी पर पुल नहीं बन पाया. इससे ग्रामीण जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं.
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पुल बन जाने से हजारों ग्रामीणों को मिलेगा लाभ
ग्रामीणों ने बताया कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के पास आवेदन देकर थक चुके हैं. यहां के ग्रामीणों ने तो अब इस नदी पर पुल बनने की आस ही छोड़ दी है. इस मामले में जनपद पंचायत सीईओ का कहना है कि नदी पर पुल की आवश्यकता है. इस पर जल्द ही पुल निर्माण की स्वीकृति मिल जाएगी. पुल बनाने के लिए प्रपोजल बना कर तैयार कर भेज दिया गया है. अभी तक स्वीकृति नहीं मिल पाई है.