जशपुर : जिले में बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए पशु चिकित्सा विभाग अलर्ट पर है. जिले में अबतक 5 पक्षियों का नमूना एकत्र कर जांच के लिए रायपुर लैब भेजा जा चुका है. इनमें दो कौवा, एक चमगादड़ और दो वन पक्षी शामिल हैं. शहर में 15 मुर्गियों की मौत की सूचना पर पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने सैंपल लिए हैं. जिले में बर्ड फ्लू के नियंत्रण और निगरानी के लिए जिला रैपिड एक्शन टीम भी गठित की गई है.
प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन बर्ड फ्लू को लेकर सचेत हो गया है. लगातार पक्षियों पर नजर रखी जा रही है. उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवा जी.एस. तंवर ने बताया कि जिले में बर्ड फ्लू के नियंत्रण और विशेष निगरानी के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है. राज्य के बालोद, दंतेवाड़ा और बस्तर संभाग में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. इस बात को ध्यान में रखकर जिले के पशु चिकित्सा विभाग के समस्त अधिकारी-कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में पक्षियों के परिवहन पर कड़ी नजर रखने की हिदायत अधिकारियों को दी गई है. इसके अलावा पक्षियों में किसी भी प्रकार की बीमारी, असामान्य लक्षण अथवा पक्षियों की आकस्मिक मृत्यु होने पर विभाग को सूचित करने के लिए लोगों को बताया जा रहा है
ब्लड सैंपल लेने के निर्देशजिले के सभी शासकीय, अशासकीय पोल्ट्री फॉर्म में जैव सुरक्षा के नियमों को अवगत कराते हुए उनका पालन करने की हिदायत दी गई है. बाजार में विक्रय करने वाले मीट, पोल्ट्री मार्केट तथा अप्रवासी पक्षियों की निगरानी के लिए ब्लड सैंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं.
पशु चिकित्सा टीम जशपुर पहुंची मुर्गियों की मौत की सूचना पर पहुंची टीमवहीं शहर के कॉलेज रॉड स्थित एक घर में सप्ताह भर के अंदर में 15 मुर्गी-मुर्गों की असामान्य मौत की सूचना पर विभाग की टीम यहां पहुंची. विभाग ने मरे हुए मुर्गियों का मैम्पल लिया. डॉ तंवर ने बताया कि सैम्पल को जांच के लिए रायपुर भेजा जाएगा.
पशु चिकित्सा टीम जशपुर पहुंची 4 पक्षियों की रिपोर्ट आई निगेटिवउन्होंने बताया कि पूर्व में 4 पक्षियों का नमूना लिया गया था. इन सभी नमूनों का जांच परिणाम निगेटिव आया है. उन्होंने बताया कि शासन के मार्ग दर्शन के मुताबिक जिले के सभी विकासखण्ड में निगरानी टीम का गठन कर दिया गया है.
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नीमगांव तालाब की निगरानी
ग्राम पंचायत नीमगांव डैम में हर साल की तरह प्रवासी पक्षियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. उप संचालक ने बताया कि नीमगांव में पहुंचे पक्षियों के सैम्पल लेने के साथ ही स्थानीय रहवासियों को इनसे दूरी बना कर रहने की सलाह दी गई है. उन्होंने बताया कि प्रवासी पक्षियों पर लगातार नजर रखी जा रही है.
ये हैं बर्ड फ्लू के लक्षण
डॉ तंवर ने बताया कि बर्ड फ्लू पीड़ित पक्षियों के सिर में सूजन आने के साथ कलगी में लालपन आ जाता है. पीड़ित पक्षी के आंख में कीचड़ युक्त पानी निकलने के साथ पतला दस्त और जुकाम के लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
सावधानी है जरूरी
डॉ तंवर ने बताया कि बर्ड फ्लू से बचाव के लिए जागरूकता आवश्यक है. पालतू या वन्य पक्षियों के असामान्य मौत होने पर इसकी सूचना तत्काल पशु चिकित्सा विभाग को दें. पोल्ट्री फार्म संचालक मुर्गा और मुर्गी का व्यवसाय करने वालों को सफाई और कीटाणु नाशक दवा का प्रयोग करना बेहद जरूरी है. बड़ी मात्रा में दूसरे राज्यों से मुर्गा और मुर्गी लाने से बचना चाहिए. अंडे और मुर्गे के गोश्त को 165 डिग्री में पका कर खाना चाहिए. यह पूरी तरह से सुरक्षित है.