जशपुर: शहर के दैनिक बाजार को लेकर रविवार को एक बार फिर हंगामा हुआ. स्थानीय दैनिक बाजार लगाने वाले व्यवसायियों ने तार की बाड़ तोड़ दिया. बाड़ तोड़े जाने की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और हालात पर काबू पाया. एसडीएम सहित एसडीओपी और पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. सुरक्षा को देखते हुए मौके पर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है. (Uproar over daily market in Jashpur )
ये है विवाद : दैनिक बाजार को लेकर विवाद बीते सप्ताह 9 जून को खड़ा हुआ था. जब बाजार में लगने वाली एक कपड़ा दुकान से गौमांस मिला था. इस घटना के बाद शहर सहित पूरे जिले में बवाल मच गया था. मामले में दो आरोपियों की भीड़ ने जमकर पिटाई भी की थी. इस मामले में पुलिस ने एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था. दैनिक सब्जी बाजार को खाली कराने की कार्रवाई की गई थी. (Market dispute in Jashpur )
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रविवार को क्या हुआ: शहर के श्रीहरि कीर्तन भवन के बगल में लगने वाले दैनिक बाजार में रविवार को बवाल उस समय शुरू हुआ. जब बाजार लगाने वाले व्यवसायियों ने एकजुट होकर तार के बाड़ को तोड़ दिया. सालों से इस स्थान पर बाजार लगाने वाले व्यवसायियों का कहना है कि बाजार खाली हो जाने से उनके सामने रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. प्रशासन अब तक उनके लिए कोई वैकल्पिक जगह उपलब्ध नहीं करा पा रहा है. नगरपालिका की तरफ आवंटित सब्जी बाजा पूरी तरह से भर गया है. इसके आगे की हिस्से में सब्जी विक्रेताओं ने दुकान लगा रखी है. पिछले हिस्से में कपड़ा व्यवसायियों ने कब्जा किया है.
मौके पर पहुंचे जशपुर एसडीएम बालेश्वर भगत ने हंगामा मचा रहे व्यवसायियों से कहा कि "इस तरह की गैरकानूनी हरकत के बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी". उन्होंने व्यवसायियों को जगह आवंटन के लिए नगरपालिका में विधिवत आवेदन करने की समझाइस दी. मौके पर उपस्थित नगर पालिका के कर्मचारियों को आवेदन लेने के साथ ही, साप्ताहिक सब्जी बाजार में कारोबार कर रहे व्यवसायियों की सूची तैयार करने का निर्देश भी एसडीएम ने दिया है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जशपुर एचडीओपी राजेंद्र सिंह परिहार कुनकुरी एसडीओपी मनीष कुमार थाना प्रभारी सहित भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है।
1950 से लग रहा था बाजार: बाजार को लेकर चल रहे विवाद को लेकर कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है. हालांकि शहर के कुछ पुराने रहवासियों का कहना है कि विवादित स्थल पर 1950 से बाजार लग रहा है. इनका दावा है कि पहले यह बाजार बस स्टेण्ड के पास स्थित बजरंग बली मंदिर के प्रांगण में लगा करता था. लेकिन बाद में जगह की कमी होने के कारण इसे विवादित स्थल पर स्थानांनतरित किया गया.