जशपुर: लोकतंत्र के महापर्व में जशपुर विधानसभा के मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.निर्वाचन आयोग के मुताबिक जिले में 71 प्रतिशत से ज्यादा मत पड़े.मतदान के बाद मतदानकर्मियों की वापसी भी शुरू हो गयी.
कहां कितना हुआ मतदान ?
- जशपुर में 70.47%
- कुनकुरी में 72.66%
- पत्थलगांव में 71.25%
शांतिपूर्ण तरीके से हुआ मतदान: जशपुर विधानसभा में मतदान शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न हुआ. किसी भी मतदान केन्द्र में कोई अप्रिय घटना नहीं घटी. किसी भी बूथ से फर्जीवाड़े की शिकायत नहीं आयी.सुबह से ही शहरी क्षेत्रों और सुदूर वनांचल क्षेत्र के मतदाताओं में मतदान के प्रति उत्साह दिखाई दिया. युवाओं से लेकर बुजुर्ग और दिव्यांग भी मतदान केंद्र में पहुंचकर मतदान करने के लिए उत्साहित दिखे.महिलाएं भी मतदान करने के लिए सुबह से ही मतदान केंद्रों में पहुंची. संगवारी मतदान केंद्र, दिव्यांग मतदान केंद्र और युवा मतदान केंद्र भी मतदाताओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना. जिले में 878 मतदान केन्द्र बनाए गए थे.जशपुर में 325, कुनकुरी में 278 और पत्थलगांव में 275 मतदान केन्द्र बनाए गए थे.
"छत्तीसगढ़ राज्य में पूर्व और वर्तमान में जो काम हुए हैंऔर जो काम भविष्य में होना है. जिसके लिए एक अच्छे जनप्रतिनिधि की आवश्यकता पड़ती है. आज मुझे मौका मिला तो मैं अपना सारा प्रोग्राम कैंसिल करके अपने मताधिकार का उपयोग करने मतदान केंद्र में आया हूं. आज मैं वर्षों बाद अपने मताधिकार का उपयोग कर बहुत उत्साहित महसूस कर रहा हूं. मैं आगे भी यह उम्मीद करुंगा कि सभी युवा साथी बढ़-चढ़ कर इस मतदान के महापर्व में हिस्सा लें.अपना कीमती मत का उपयोग कर एक अच्छे जनप्रतिनिधि का चुनाव करें. जिससे हमारे क्षेत्र का विकास हो सके. मैंने अपना वोट डाल दिया है".: अंशुमन
सिंगापुर वाले वोटर की कहानी: सिंगापुर में रहने वाले अंशुमन गुप्ता ने 94 साल की दादी के साथ मतदान किया.दादी शांति देवी के साथ सिंगापुर में रहने वाले अंशुमन गुप्ता स्वामी आत्मानंद बूथ क्रमांक 253 पहुंचे. राज किशोर गुप्ता के पुत्र अंशुमान वर्तमान में सिंगापुर में बिजनेस एनालिटिकल कंपनी के एशिया पेसिफिक के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. 40 वर्षीय अंशुमन जशपुर के एनईएस कॉलेज से वर्ष 2002 में पढ़ाई कंप्लीट कर विदेश उच्च अध्ययन के लिये चले गए थे. वे 2016 में जापान की रहने वाली मियाको निषिमुरा से विवाह बंधन में बंध गए. लंबे समय के बाद दिवाली की छुट्टियां मनाने अपने पूरे परिवार के साथ अपने गृह शहर जशपुर आए थे. और 17 नवंबर को उन्हें वापस जाना था. लेकिन 17 को ही जशपुर में वोटिंग थी. इसीलिए रूक गए.