जशपुर: कुनकुरी पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान कई ऐसे काम किए हैं, जिसकी वजह से उसकी एक अलग ही छवि उभरकर सामने आई है. लॉकडाउन के दौरान कुनकुरी पुलिस ने पैदल चल रहे मजदूरों को वाहन व्यवस्था कर उनके घर भिजवाने का इंतजाम किया. साथ ही उनके घर में राशन और दवा का भी इंतजाम किया. जिसकी वजह से अब यहां पुलिसिंग एक मिसाल के तौर पर देखी जा रही है. वहीं आम लोग भी मजदूरों की मदद के लिए बढ़-चढ़कर सामने आ रहे हैं. ढाबा संचालक भी निःशुल्क मजदूरों को खाना खिला रहे हैं.
लॉकडाउन के दौरान मजदूर भूखे-प्यासे अपनी घरों की तरफ चल निकले हैं. देशभर में ज्यादातर मजदूर बिहार, झारखंड की तरफ अपने घरों को वापस लौट रहे हैं. ऐसे में इन मजदूरों को देखकर कुनकुरी थाना प्रभारी विशाल कुजूर ने इनकी मदद करने की ठानी. उन्होंने कुनकुरी के पास स्थित गोल्डन ढाबा के संचालक को कुछ राशन दिया और मजदूरों को खाना खिलाने के लिए कहा. जिस पर ढाबा संचालक ने पुलिस की इस मुहिम का समर्थन करते हुए बिना कोई पैसा लिए अपने एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों की ड्यूटी मजदूरों को खाना बनाकर खिलाने में लगा दी है.
पढ़ें- मर्यादा भूलीं माननीय! अफसरों को धमकाया, 'भाजपा कार्यकर्ताओं को कमजोर मत समझना'
प्रशासन ने दिया हरसंभव मदद का आश्वासन
प्रतिदिन आ रहे सैकड़ों मजदूरों को खाना खिलाना बिना जनसहयोग के मुमकिन नहीं था, ऐसे में टीआई विशाल कुजूर ने कुनकुरी के स्थानीय लोगों, व्यापारियों समेत अन्य वर्गों से मजदूरों को भोजन कराने के लिए सहयोग करने की अपील की, जिसके बाद समाज के सभी वर्गों ने दिल खोलकर इस मुहिम में सहयोग किया और पिछले डेढ़ महीने से लगातार इस ढाबे में प्रतिदिन सैकड़ों मजदूरों को निःशुल्क भोजन कराया जा रहा है. कलेक्टर ने भी इस मुहिम की प्रशंसा करते हुए प्रशासन की तरफ से हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है.
जिले की कुनकुरी पुलिस, आम लोग और ढाबा संचालक की नेक पहल से हर दिन अन्य राज्यों को आने वाले मजदूरों के लिए खाने की निःशुल्क व्यवस्था की जा रही है.