जशपुर: PCCF (प्रधान मुख्य वन संरक्षक) वाइल्ड लाइफ अतुल शुक्ला और एडिशनल PCCF अरुण पांडेय ने हाथी सहित वन्य प्राणियों की निगरानी और सुरक्षा को लेकर बैठक ली. बैठक का मुख्य उदेश्य हाथी और मानव द्वंद विषय पर समीक्षा करना था.
बैठक में बीते दिनों कुनकुरी वन परिक्षेत्र के मटासी पंचायत के बालालोंगरी गांव में गर्भवती मादा हाथी की मौत की घटना को लेकर भी चर्चा हुई. समीक्षा बैठक में सरगुजा के CCF(मुख्य वन संरक्षक) बी मिंज, सहित कुल 6 जिलों के DFO(प्रभागीय वनाधिकारी) शामिल हुए.
हाथियों की निगरानी और सुरक्षा पर चर्चा
बैठक में कोरबा DFO गुरुनाथन ने विजुअल प्रेजेंटेशन दिया, जिसमें रायगढ़, जशपुर, अम्बिकापुर, कोरबा, बलरामपुर जिले में हाथियों की निगरानी और सुरक्षा के विषय पर चर्चा की गई. विभाग के आला अधिकारियों ने बैठक में मौजूद डीएफओ से क्षेत्र में विचरण कर रहे हाथियों की निगरानी और सुरक्षा को लेकर किए जा रहे प्रयास की जानकारी ली.
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
एडिशनल PCCF अरुण पांडेय ने बताया कि सरगुजा और बिलासपुर वन परिक्षेत्र में हाथी मानव द्वंद, हाथियों के मूवमेंट और उससे संबंधित जो भी समस्याएं हैं. उसके समाधान के लिए क्या नए प्रयोग किए जा सकते हैं, इस पर विस्तार से चर्चा की गई है. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही नेशनल पार्क और अभ्यारण में वन्य प्राणियों के संरक्षण पर विस्तार से चर्चा की गई है.