जशपुर : जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के केस लगातार सामने आ रहे हैं. लोग लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर मुसीबते झेल रहे हैं. घटना दोकड़ा के पोखराटीली गांव की है. डॉक्टर पर आरोप है कि, उसने दुधमुंही बच्ची का इलाज करने से माना कर दिया, जिससे डेढ़ महीने की मासूम की मौत हो गई. इस केस में ग्रामीणों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों ने डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करते हुए स्वास्थ्य केंद्र में जमकर हंगामा किया.
दोकड़ा चौकी क्षेत्र के पोखराटोली गांव में रहने वाले नयनसुख राम ने डॉक्टर के ऊपर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. नयनसुख राम का आरोप है कि डॉक्टर ने उनकी डेढ़ महीने की बच्ची का इलाज करने से मना कर दिया था, जिसकी वजह से उनकी मासूम बच्ची की मौत हो गई. नवजात की मौत से नाराज ग्रामीणों ने पुलिस चौकी में हंगामा करते हुए डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजे दिलाने की भी मांग की है.
डॉक्टर के ऊपर लापरवाही का आरोप
जानकारी के मुताबिक घटना के बाद मृतक के परिजन और ग्रामीण पुलिस चौकी पहुंचे थे, जहां उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया है. मासूम के पिता नयनसुख राम का कहना है कि वे अपनी पत्नी के साथ अपने डेढ़ महीने की बच्ची के इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दोकड़ा पहुंचे थे,जहां अस्पताल का मुख्य गेट बंद था. उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद डॉ. जे आर उरांव ने गेट के बाहर से ही देखकर उन्हें कह दिया कि वे अभी चेक नहीं कर पाएंगे, जिसके कुछ देर बाद बच्ची की मौत हो गई.
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डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बच्ची के परिजन ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया, इसके कुछ देर बाद वहां दोकड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा को किसी तरह शांत कराया गया. मृत बच्ची के परिजनों ने डॉक्टर के ऊपर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई करने के लिए चौकी प्रभारी को आवेदन दिया है.वहीं परिजनों की शिकायत पर पुलिस केस की जांच कर रही है.