जशपुर : जिले में 19वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. शहर के रणजीता स्टेडियम में चल रहे आयोजन में भारी अव्यवस्था से प्रदेश के 12 जोन से आए खिलाड़ी परेशान हो रहे हैं.
सबसे शर्मनाक नजारा सोमवार की रात शहर की सड़कों पर देखने को मिला. जब रात में अंधेरे और ठंड से जुझते हुए बिलासपुर जोन के खिलाड़ी भोजन करने के लिए डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर शहर के सन्ना रोड स्थित बालक छात्रावास पहुंचे. वहीं सरस्वती शिशु मंदिर में ठहराए गए खिलाड़ियों को भोजन के लिए तकरीबन 2 किलोमीटर दूर स्थित बुनियादी शाला तक पैदल चलकर जाना पड़ा.
जिम्मेदारी निभाने में विफल हैं अधिकारी
प्रतियोगिता में खिलाड़ी और प्रभारी अधिकारी सहित 14 सौ से अधिक लोग शामिल हुए हैं. इनके आवास, चिकित्सा और परिवहन की व्यवस्था जिला प्रशासन ने की है, लेकिन अपनी जिम्मेदारी निभाने में अधिकारी पूरी तरह से विफल हैं.
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डेढ़ किलोमीटर पैदल चलने पर मिलता है भोजन
खिलाड़ी दिशा शर्मा ने बताया कि 'वह बिलासपुर से है और उसे सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में रुकवाया गया है. जहां भोजन की व्यवस्था नहीं है. बस या किसी भी तरह के परिवहन की सुविधा नहीं दी गई है. नास्ते और भोजन के लिए करीबन डेढ़ किलोमीटर महाराज चौक बालक छात्रावास पैदल चलकर आना पड़ता है'.
की जाएगी बस की व्यवस्था
मामले में जिला शिक्षा अधिकारी एन कुजूर ने कहा कि 'आयोजन में आए बालक-बालिकाओं को रुकवाने में थोड़ी परेशानी हुई है, इसलिए जहां छात्र हैं वहां मेस बना है'. उन्होंने खिलाड़ियों के लिए बस की व्यवस्था करवाने की बात कही है.