जशपुरः जिले के बगीचा क्षेत्र से शुरू हुई भगवा पदयात्रा मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंची. हजारों की संख्या में विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग पारम्परिक वेशभूषा, हथियार और ढोल नगाड़ों के साथ सामिल हुए. इस अवसर पर पहाड़ी कोरवा समाज के दीवान कहे जाने वाले प्रदीप नारायण भी उपस्थित रहे. उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान राम जन्मभूमि में मंदिर की आधारशिला रखे जाने को लेकर यह यात्रा निकाली गई है. साथ ही उन्होंने जशपुर में अधूरे पड़े दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा के अधूरे कार्य को पूरा करवाने की मांग की.
झारखंड छत्तीसगढ़ सीमा पर संपन्न होगी पदयात्रा
पदयात्रा जशपुर शहर के रणजीता स्टेडियम में रुकी. पदयात्रा की शुरूआत तकरीबन एक माह पूर्व बगीचा तहसील में स्थित पहाड़ी कोरवा समाज की आरध्य देवी मां खुड़िया रानी मंदिर से हुई थी. प्रदीप नारायण सिंह ने बताया की अयोध्या में भगवान श्रीराम के निर्माण की आधारशिला रखी गई. जिसके लिए पदयात्रा का आयोजन 7 दशक के लंबे संघर्ष के बाद किया गया. वहीं इससे पूरा पहाड़ी कोरवा समाज उत्साहित है. उन्होनें बताया कि पहाड़ी कोरवाओं की यह पदयात्रा तकरीबन सौ किलोमीटर की है. मां खुड़िया के दरबार से शुरू हुई पदयात्रा छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर स्थित शंख नदी में भगवा ध्वज लहराने के साथ संपन्न होगा.
जूदेव के अधूरे प्रतिमा निर्माण कार्य को जल्द पूरा करवाने की मांग
शहर के रणजीता स्टेडियम के चौराहे पर अधूरे पड़े दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा निर्माण कार्य के जल्द पूर्ण करने की मांग की गई है. प्रदीप नारायण ने कहा कि जनभावना को उपेक्षित कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार जानबूझकर जूदेव की प्रतिमा निर्माण कार्य में रोड़े डाल रही है. भड़के हुए कोरवाओं ने कहा कि अगर निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए सरकार के पास बजट की कमी हो रही हो तो पहाड़ी कोरवा अपने पसीने की कमाई से जूदेव की प्रतिमा निर्माण कार्य को पूरा कराएंगें.