जशपुर : जिले में मानव तस्करी सहित 17 वर्षीय नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया (Jashpur minors deal accused arrested in MP) है. आरोपी नाबालिग को बहला फुसलाकर भगाकर मध्यप्रदेश ले गया. जहां दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद 30 हजार में उसका सौदा भी कर (Jashpur minor raped in Rajasthan) दिया. लेकिन पुलिस की सक्रियता के कारण ना सिर्फ आरोपी को गिरफ्तार किया गया बल्कि नाबालिग को भी बरामद करने में सफलता हासिल हुई.
कहां की है घटना : घटना जिले के कोतबा चौकी क्षेत्र (Jashpurs Kotba post case ) की है,.पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चौकी कोतबा क्षेत्र के रहने वाले पीड़ित पिता ने 15 मई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी 17 साल की नाबालिग बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर भगा कर ले गया है. जिसका कहीं कुछ पता नहीं चल पा रहा. पीड़ित पिता की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध का मामला दर्ज किया था और नाबालिग की खोजबीन शुरू की थी.
कहां मिली नाबालिग : पुलिस नाबालिग का सरगर्मी से तलाश कर रही थी. इसी बीच पुलिस की साइबर सेल को नाबालिग का लोकेशन राजस्थान के ग्राम सनोरिया में मिला लोकेशन मिलते ही पुलिस की टीम जशपुर से सीधा राजस्थान के लिए रवाना हुई. लेकिन तब तक आरोपी के साथ मध्यप्रदेश के इलाके में आ गई. जिसके बाद पुलिस की टीम मध्यप्रदेश आई और लोकेशन के आधार पर है नाबालिग को भेसवा मंदिर मध्यप्रदेश से बरामद किया. वहीं आरोपी को भी अभिरक्षा में ले लिया और कोतबा ले (human trafficking in jashpur)आई.
कैसे झांसे में आई नाबालिग : इसके बाद नाबालिग ने पुलिस के पास अपना बयान दर्ज कराया तो पुलिस भी चौक गई. दरअसल आरोपी ने दुष्कर्म के बाद पीड़िता का 30 हजार में सौदा भी तय कर दिया था. नाबालिग ने बताया कि ''आरोपी से परिचय फोन के माध्यम से हुआ था. आरोपी ने उसे बहला-फुसलाकर कर अपने साथ ले जाकर दुष्कर्म किया. इसके बाद में उसे बेचने के उद्देश्य से राजस्थान ले गया था. वहां पर नहीं बिकने पर वापस ग्राम भैसवा जिला राजगढ़ मध्य प्रदेश में आने पर 30 हजार रुपए में बेचने की बातचीत किया था. लेकिन उसके पहले की वह उसे बेच पाता पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.''
क्या हुई कार्रवाई : वहीं मामले में पुलिस ने पीड़िता के बयान और मामले की जांच के बाद आरोपी के विरुद्ध धारा 366(क),376(2)(N) 4, 6 पॉक्सो एक्ट के मामला दर्ज कर आरोपी कतलु लोधी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया. पीड़िता को बरामद करने में टुमारो गिरफ्तारी में सहायक उप निरीक्षक टेकराम सारथी, प्र.आर. रामानुजम पांडेय, आर. सोनू सिंह, म.आर. अल्पना तिर्की की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.