जशपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में बीती रात फूड प्वॉइजनिंग की वजह से 17 पहाड़ी कोरवा बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. उल्टी और दस्त के बाद बच्चों की हालत गंभीर हो गई. सभी बच्चों को बेहोशी की हालत में बगीचा अस्पताल लाया गया. सभी बच्चों का इलाज किया गया. फिलहाल सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है. प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है. परिजनों ने बताया कि रेडी टू ईट खाने के बाद बच्चों की हालत बिगड़ी. हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है. (Food poisoning in pahari Korwa children Jashpur )
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कब बिगड़ी तबीयत: बगीचा विकासखण्ड के ढोढ़रअंबा के आश्रित ग्राम नवापारा में मंगलवार दोपहर से ही लगभग 17 बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी. सभी बच्चे उलटी दस्त करने लगे और बेहोशी की हालत में आ गए. घटना की जानकारी जनप्रतिनिधियों ने जशपुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल को दी. कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ और बीएमओ के साथ मेडिकल अमला मौके पर पहुंचा.
बच्चों की हालत खतरे से बाहर: बच्चों की हालत को देखते हुए देर रात सभी बच्चों को एम्बुलेंस से बगीचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. बीएमओ सीआर भगत, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दुबे समेत दूसरे डॉक्टर इलाज में जुट गए. तहसीलदार अविनाश चौहान और जनपद सीईओ विनोद सिंह पूरी स्थिति की मॉनिटरिंग करते रहे. बच्चों की हालत खतरे से बाहर है.
परिजनों ने रेडी टू ईट खाने की बात कही: पीड़ित बच्चों के परिजनों ने साफ शब्दों में कहा कि उनके बच्चों ने रेडी टू ईट का सेवन किया था. जिसके बाद एक-एक कर सबकी तबीयत बिगड़ने लगी. बच्चे पहाड़ी कोरवा जनजाति से हैं. दर्जनों बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया. जनपद सीईओ विनोद सिंह ने बताया कि "गांव में शादी समारोह चल रहा था. जिसमें दूषित मिठाई से बच्चों की तबीयत बिगड़ी है. जांच के बाद फूड प्वॉयजनिंग के असली कारणों का पता चलेगा.