जशपुर : जिले के पत्थलगांव में आबकारी विभाग पर गांव के एक परिवार ने गंभीर आरोप लगाए है. आदिवासी परिवार ने आबकारी विभाग की सब इंस्पेक्टर शीलारानी टोप्पो और उनके कर्मचारियों पर उनकी गैरमौजूदगी में घर का ताला तोड़कर जबरन घर में घुसने और शराब बनाने के लिए रखे महुआ लहन को जब्त करने के साथ ही 10 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर मांगने का आरोप लगाया. पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत थाने में की है. पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है.
कई बार सामने आए अवैध वसूली के मामले
दरअसल पत्थलगांव में पदस्थ आबकारी सब इंस्पेक्टर शीला रानी अपने कारनामों के कारण हमेशा सुर्खियों में रहती है, विभाग की तरफ से अब तक कई बार अवैध वसूली के मामले सामने आए हैं, लेकिन इन अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती, आबकारी विभाग का एक नया मामला सामने आया है, जिसमे पत्थलगांव थाना क्षेत्र के झेराडीह में एक आदिवासी परिवार के घर का ताला तोड़कर उनके घर में जबरन प्रवेश किया गया, घर में रखा सामान भी फेंक दिया गया.
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10 हजार रिश्वत की मांग
पीड़ित ग्रामीणों का आरोप है कि घर में शराब बनाने के लिए रखे गए महुआ लहन को जब्त कर आदिवासी परिवार को बुलाया गया. मामले को रफा दफा करने के लिए उनसे 10 हजार रुपये की मांग की गयी और रुपयों की व्यवस्था कर आबकारी कार्यालय बुलाया गया. घटना से व्यथित आदिवासी परिवार ने 10 हजार रुपये देने में खुद को अक्षम बताया और रुपयों का इंतजाम नहीं होना बताया. जिसके बाद आबकारी अधिकारी ने उन्हें कार्यालय से भगा दिया गया और पैसों का इंतजाम करने को कहा, आबकारी विभाग के व्यवहार से क्षुब्ध होकर पीड़ित परिवार ने पत्थलगांव थाने का शरण लिया. आबकारी विभाग के अधिकारियों के खिलाफ लिखित शिकायत दिया है, जिस पर पत्थलगांव पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.